नयी दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा है कि दिल्ली में एक सप्ताह के अंदर 10 हज़ार नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों और बस मार्शलों को प्रदूषण के ख़िलाफ़ ‘युद्ध’ में ज़मीन पर तैनात किया जाएगा।
सुश्री आतिशी ने सोमवार को कहा कि प्रदूषण के खिलाफ जंग में 10,000 नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों और बस मार्शलों को ज़मीन पर तैनात किया जाएगा और सप्ताह भर में इनका पंजीकरण शुरू होगा। उन्होंने कहा कि, वाहनों को गलत तरीके से प्रदूषण सर्टिफिकेट न मिलें, इसके लिए सभी जांच केंद्रों पर नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों और बस मार्शल तैनात किए जाएँगे। साथ ही ग्रैप की पाबंदियां बढ़ने के साथ दिल्ली की सीमाओं पर चेकिंग के एनफोर्समेंट टीमों के साथ बस मार्शलों की भी तैनाती होगी।
उन्होंने कहा कि प्रदूषण रोकथाम के लिए दिल्ली नगर निगम और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मदद के साथ-साथ जागरूकता अभियानों में भी मार्शलों की तैनाती होगी। उन्होंने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चाहे जितना परेशान करे,आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में हम दिल्लीवासियों की हर समस्या का समाधान जरूर निकालेंगे।
सुश्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली में बसों में महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए 2017-18 में दिल्ली सरकार ने बस मार्शल तैनात किए लेकिन 2023 के अप्रैल से केंद्र सरकार ने इन बस मार्शलों को हटाने की साजिश रची और इनकी तनख्वाह रोक दी।
उन्होंने कहा कि आख़िरकार इन बस मार्शलों का संघर्ष रंग लाया और केंद्र सरकार को इन बस मार्शलों के संघर्ष के सामने झुकना पड़ा। दिल्ली सरकार कहती आ रही थी कि, इन बस मार्शलों को दोबारा नौकरी पर रखा जाए, उस प्रस्ताव को आख़िरकार केंद्र सरकार को मानना पड़ा।