Tuesday, September 17, 2024

नोएडा में अवैध भूजल दोहन करने पर यूनिएक्सल व मदरसन समेत 6 परियोजनाओं पर 35 लाख का जुर्माना

नोएडा। गौतमबुद्व नगर के डीएम मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला भूगर्भ जल प्रबंधन समिति की बैठक हुई। बैठक में भूगर्भ जल अधिकारी अंकिता राय ने जिलाधिकारी को बताया कि विभागीय पोर्टल पर कुल 32 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनके सापेक्ष जिला भूगर्भ जल प्रबंधन समिति के द्वारा 18 आवेदनों को स्वीकृत किया जायेगा। 11 आवेदनों को अस्वीकृत करते हुए 3 आवेदनों को राज्य प्राधिकरणों को अग्रसारित किया गया है।

 

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बैठक के दौरान डीएम ने जनपद स्तरीय टास्क फोर्स को निर्देशित किया कि जिले में अभी तक भूगर्भ जल प्रयोजन के लिए जारी हो चुके अनापत्ति प्रमाण-पत्र के सापेक्ष औद्योगिक, इंफ्रास्ट्रक्चर, कमर्शियल तथा सामूहिक उपभोक्ताओं द्वारा भू-जल संरक्षण एवं पुनर्भरण के लिए रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का परिसर में निर्माण, तालाबों का जीर्णोद्धार के लिए की जा रही गतिविधियों के संबंध में सभी से रिपोर्ट प्राप्त की जाए और यदि अनापत्ति प्रमाण-प्राप्त करने के बावजूद उनके द्वारा वाटर रिचार्ज को लेकर यदि कोई गतिविधि नहीं की जा रही तो संबंधित का अनापत्ति प्रमाण-पत्र निरस्त करने की कार्रवाई  की जाए। इसके साथ ही रेजिडेंस सोसायटी, अपार्टमेंट सरकारी भवनों, कार्यालय आदि में भी वाटर रिचार्ज स्ट्रक्चरों की स्थिति की गहन समीक्षा की जाए। डीएम ने निर्देश दिए कि बरसात का मौसम चल रहा है। सभी सरकारी कार्यालयों, भवनों व हाईराइज सोसायटियों में लगे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को सक्रिय किया जाए।

 

बैठक के दौरान जिला भूगर्भ जल अधिकारी ने बताया कि अवैध भूजल दोहन करने पर सेक्टर-154 स्थित यूनिएक्सल डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड पर 10 लाख रुपए, बौनट्री अटायर सेक्टर-154 पर 5 लाख रुपए, जैम विजन टेक लिमिटेड सेक्टर-153 पर 5 लाख रुपए, किंग पेस इनफॉरमेशन प्राइवेट लिमिटेड पर 5 लाख रुपए, मदरसन प्राइवेट लिमिटेड पर 5 लाख रुपए तथा पारस एवेन्यू 129 पर निर्जलीकरण का दोषी पाए जाने पर 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है।

 

डीएम ने बैठक के दौरान भूगर्भ विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि भूगर्भ जल संरक्षण को और अधिक बढ़ावा देने के उद्देश्य से बड़ी-बड़ी औद्योगिक इकाइयों को भी तालाबों के पुनर्भरण एवं जीर्णोद्धार करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। इसके साथ ही जनपद वासियों को जल सरंक्षण के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया जाए।

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