मेरठ। जिला प्रशासन ने हस्तिनापुर में बाढ़ से बर्बाद फसल का सर्वे पूरा कर लिया है। इसके अनुसार 3759 किसानों की 1585 हेक्टेयर भूमि की फसल बाढ़ से प्रभावित हुई है। किसानों को 33 प्रतिशत मुआवजे के हिसाब से 2.69 करोड़ रुपए आपदा राहत देने की रिपोर्ट जिला प्रशासन ने शासन को भेज दी।
हस्तिनापुर के फतेहपुर प्रेम, हरीपुर, डबखेड़ी, हसापुर, रठौरा, भीमकुंड, धुधली, मकदूमपुर, किशोरपुर सहित अन्य 12 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए थे। बाढ़ से किसानों की फसल बर्बाद हो गई और उनके परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गए। जिला प्रशासन ने करीब 20 दिनों तक बाढ़ग्रस्त परिवारों को राशन वितरित किया था। इसके अलावा किसानों को आपदा के तहत मुआवजा देने के लिए जिला प्रशासन ने सर्वे कराया, जिसमें 3759 किसानों की 1585 हेक्टेयर भूमि बाढ़ से प्रभावित होने की पुष्टि हुई।
एडीएम वित्त सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि जमीन की फसल का सर्वे कराने के बाद नियमानुसार 33 फीसदी मुआवजा किसानों को मिलता है, इसके चलते हस्तिनापुर के किसानों को 2.69 करोड़ रुपए देना तय हुआ है। शासन से हरी झंडी मिलते ही किसानों को पैसा उनके बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
प्रशासन ने राज्यमंत्री को भी दी रिपोर्ट
राजस्व विभाग के राज्यमंत्री अनूप प्रधान ने शुक्रवार सुबह आपदा प्रबंधन को लेकर मेरठ में अधिकारियों की बैठक ली थी, जिसमें जिला प्रशासन ने हस्तिनापुर में बाढ़ से बर्बाद फसल की जानकारी दी। राज्यमंत्री ने भी किसानों को फसलों का मुआवजा देने की बात कही थी। जिसके बाद प्रशासन ने हस्तिनापुर के 3759 किसानों को मुआवजा देने की रिपोर्ट शासन को भेज दी।