बलिया। सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के बस्ती बुजुर्ग गांव में एक सांड़ कातिल बन गया है। साड़ के आतंक से पूरा गांव दहशत में है। दीपावली के दिन एक बुजुर्ग को मौत के घाट उतारने के बाद सांड़ का खौफ बढ़ गया है। लोग प्रशासन से इसे पकड़ने की मांग कर रहे हैं।
लोगों का मानना है कि सांड़ बहुत खतरनाक है। लोग उसे देखते ही रास्ता बदल देते हैं। गांव के लोग रात को नहीं निकलते। जिला प्रशासन को उसे जल्द पकड़ना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि सिकन्दरपुर थाना क्षेत्र के बस्ती बुजुर्ग गांव में जब पूरा देश दीप जलाकर खुशियां माना रहा था। उस वक्त एक घर में मातम पसरा हुआ था।
मृतक बुजुर्ग के बेटे शेषनाथ गुप्ता की मानें तो आवारा साड़ ने दीपावली के दिन मंदिर में दिप जलाने जा रहे राजकुमार गुप्ता को उठाकर पटक दिया। जिससे बुजुर्ग की मौत हो गई। यह आवारा साड़ कई लोगों को घायल कर चुका है। इसके आतंक से पूरा गांव दहशत में है। कोई व्यक्ति शाम को अकेले बाहर नहीं निकलता। इसे देखते ही लोग अपना रास्ता बदल देते हैं। गांव के कई लोगों को घायल कर चुका है।
कातिल सांड़ के हमले की शिकार हुई महिला बबली देवी ने हाथ में हल्दी का लेप लगाकर अपना दर्द बयां किया। कहा कि धनतेरस के दिन गांव के ही एक दुकान से सामान खरीदने जा रही थी कि अचानक सांड़ ने उसे भी उठाकर पटक दिया। जिसे उसकी जान तो बच गई मगर उसका हाथ टूट गया। महिला ने सांड़ को जिला प्रशासन से जान से मार देने की मांग किया है।
घायल बुजुर्ग श्रीकांत वर्मा की मानें तो खेत में सांड़ उसकी फसल खा रहा था। तभी शाम के वक्त बुजुर्ग उसे भगाने गया तो गुस्साए सांड़ ने अपने नुकीले सिंघ से पेट फाड़ दिया और वह घायल हो गया। जिसे जिला अस्पताल के बाद वाराणसी रेफर किया गया। जहां लाखों रुपये खर्च करने के बाद उसकी जान बची। घायल बुजुर्ग ने कहा अभी भी वह सांड़ गांव में ही है। उसे देखते ही हम लोग रास्ता बदल देते हैं। वह बहुत खतरनाक है।