आगरा-उत्तर प्रदेश में आगरा रेल मंडल के निर्माण विभाग में मंगलवार को सीबीआई ने छापा मारा और रेलवे के दो अधिकारी को रिश्वत लेने के मामले में हिरासत में लिया गया। सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। पकड़े गए आरोपियों को गाजियाबाद स्थित सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा।
आगरा रेल मंडल के सिग्नल और टेलीकॉम विभाग में तैनात डिप्टी चीफ मुकेश कुमार तैनात है। वह आगरा कैंट स्थित रेलवे आफिसर कॉलोनी में रहते हैं। सीनियर सेक्शन इंजीनियर विजय सिंह निवासी मथुरा आगरा में तैनात हैं। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई को सूचना मिली थी कि मुकेश कुमार और विजय सिंह भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। इनके द्वारा प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टरों से अपने कार्यक्षेत्र में काम देने और बिल पास करने के एवज में मोटी रिश्वत मांगी जाती है।
सूचना पर सीबीआई ने जांच की। जांच में पता चला कि जयपुर स्थित मैसर्स शिवाकृति इंटरनेशनल लिमिटेड के एमडी शिव दयाल शर्मा, डायरेक्टर आदित्य अवस्थी और कंपनी में सुपरवाइजर ब्रह्मानंद निवासी मथुरा डिप्टी चीफ मुकेश कुमार और एसएसई विजय सिंह के लगातार संपर्क में हैं। इनके द्वारा दोनों अधिकारियों को बिल पास कराने और उनकी कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट देने के लिए संपर्क किया जाता है।
एफआईआर में आरोप है कि कंपनी के सुपरवाइजर ब्रह्मानंद द्वारा मुकेश कुमार को 23 जनवरी 2023 को दो लाख रुपये की रिश्वत दी गई थी। इसके बाद 17 फरवरी को फिर से ब्रह्मानंद द्वारा मुकेश कुमार को 1.23 लाख रुपये रिश्वत उनके आफिस में दी गई।
एफआईआर के अनुसार सीनियर सेक्शन इंजीनियर विजय सिंह ने 14 फरवरी को शिवाकृति इंटरनेशनल के सुपरवाइजर ब्रह्मानंद से बिल पास कराने के एवज में रिश्वत मांगी। इस पर सुपरवाइजर ने कंपनी के एमडी से रिश्वत के बारे में बताया। कंपनी के अधिकारी रिश्वत देने को तैयार हो गए।
उन्होंने ब्रह्मानंद से कहाकि वो पांच लाख रुपये लेकर उसके मथुरा स्थित गांव आ रहे हैं। 18 फरवरी को कंपनी के अधिकारी ने ब्रह्मानंद को पांच लाख रुपये सौंप दिए। 20 फरवरी को ब्रह्मानंद ने सीनियर सेक्शन इंजीनियर को मथुरा में रिश्वत दी। सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने रेलवे के अधिकारी को रिश्वत लेते पकड़ लिया।
सीनियर सेक्शन इंजीनियर को पकड़ने के बाद सीबीआई ने उससे पूछताछ की। इसके बाद सीबीआई की टीम डीआरएम कार्यालय पहुंची टीम ने यहां पर सिग्नल एंड टेलीकॉम विभाग के डिप्टी चीफ मुकेश कुमार के कार्यालय में छानबीन की। सीबीआई ने मुकेश कुमार से पूछताछ की। बताया गया है कि सीबीआई रेलवे के दोनों अधिकारियो को अपने साथ ले गई है। सीबीआई ने इस मामले में छह नामजद व अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।