लखनऊ। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के राज्य स्वच्छ गंगा मिशन के तहत शुक्रवार को जल निगम (ग्रामीण) के प्रेक्षागृह में गंगा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इसमें राज्य के विभिन्न जनपदों में गंगा सफाई के लिये कार्य करने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं, गंगा समितियों में कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव व प्रमुख सचिव नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अनुराग श्रीवास्तव ने महिलाओं को सम्मानित किया। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि अविरल नदियां मूल प्राकृतिक संसाधन हैं। इन नदियों को संरक्षित रखना हम सबका कर्तव्य है।
उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद गंगा स्वछता के लिये योगदान देने वाली महिलाओं के कार्य को सराहनीय बताते हुए कहा कि नदी स्वच्छता में इनके प्रयास से अमूलचूल परिवर्तन आया है। उन्होंने कहा कि आप लोगों के बिना गंगा सफाई का कार्य नहीं हो सकता। यूपी में शहरी सीवरेज, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन ने प्रगति की है। छोटी नदियों का कायाकल्प हो रहा है। जनता को जागरूक करने के प्रयास हो रहे हैं। प्रगति का जो जश्न हम आज मना रहे हैं, वो महिलाओं के समर्पण और साहयोगात्मक प्रयास का ही परिणाम है।
नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने गंगा सफाई की जागरूकता को राज्य के घर -घर तक पहुंचाने के अभियान को जन आंदोलन बनाने का आह्वान किया। उन्होंने महिलाओं को उनके गंगा सफाई कार्य में योगदान के लिये बधाई दी।
उन्होंने कहा कि जहां पहले नदियों में 5,500 एमएलडी सीवेज होता था, उसमें से 20 से 25 प्रतिशत ही ट्रीट होता था। वहीं, आज 3,500 एमएलडी सीवेज हम ट्रीट कर रहे हैं, अगले डेढ़ सालों में यूपी में जो सीवेज ट्रीटमेंट के प्रोजेक्ट अधूरे हैं वो सभी तैयार हो जायेंगे।