नई दिल्ली। आरक्षण को लेकर भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर लगातार जारी है। इसी बीच मोदी सरकार के मंत्री और भाजपा की सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आ.) के अध्यक्ष रामदास आठवले ने भी सोमवार को चुनाव आयोग को पत्र लिखा।
उन्होंने पत्र लिखकर राहुल गांधी द्वारा पीएम मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर आरक्षण को लेकर लगाए गए आरोपों को भ्रामक और मिथ्या बताते हुए उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
अपनी शिकायत में आठवले ने कहा, “5 मई 2024 को तेलंगाना के आदिलाबाद लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि वह आरक्षण के खिलाफ हैं और इसे समाप्त करना चाहते हैं। राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संविधान को समाप्त कर समाज के दलित, वंचित वर्ग के मूल अधिकार को ही समाप्त करना चाहते हैं।”
केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी के आरोपों को मनगढंत और भ्रामक करार देते हुए कहा कि कांग्रेस नेता केंद्र सरकार की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि, राहुल गांधी के मिथ्या आरोपों के विपरीत प्रधानमंत्री मोदी बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान का अक्षरश: पालन करते हैं और उन्होंने पुराने संसद भवन को संविधान सदन का नाम देकर अपनी दूरदर्शिता का परिचय दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दस वर्षों में एनडीए की सरकार ने एससी, एसटी और ओबीसी सहित समाज के वंचित, शोषित व अन्य वर्ग के लोगों के कल्याण व उत्थान के लिए ऐतिहासिक कार्य किए हैं।