शामली। जनपद में रंगीन मिजाज बीजेपी नेता की महिला के साथ अश्लील चैट किए जाने की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद करीब एक सप्ताह बाद रंगीले बीजेपी नेता ने अपनी चुप्पी तोडी है।जहा बीजेपी नेता द्वारा उक्त वीडियो के फेब्रिकेटेड होने और वीडियो को षड्यंत्र के तहत वायरल किए जाने का ठीकरा उन सभासदों के सिर फोड़ा गया है जो अक्सर नगर पालिका में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत करते रहते है। जिसके संबंध में शहर कोतवाली पहुंचे सभासदों ने उक्त वीडियो की उच्च स्तरीय जांच करवाए जाने की मांग की है।
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सभासदों का कहना है कि यदि उक्त वायरल वीडियो फेब्रिकेटेड है तो जिसने भी विडियो को फेब्रिकेट किया है।उसके खिलाफ कार्यवाही की जाए और अगर वीडियो फेब्रिकेटेड नही है तो बीजेपी नेता के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की है। वही आरोप है की उक्त वीडियो को लेकर बीजेपी नेता के चहेते सभासदों द्वारा लाखो रुपए की बंदरबाट भी की गई है।
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शामली के रंगीले बीजेपी नेता की महिला के साथ अश्लील चैट किए जाने की वीडियो वायरल प्रकरण में एक सप्ताह बाद बीजेपी नेता ने चुप्पी तोडी है। जहा बीजेपी नेता के द्वारा सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल किया गया है जिसमे उक्त वीडियो को फेब्रिकेटेड बताते हुए खुद को बड़ा चरित्रवान बताया गया है और उक्त वीडियो को षड्यंत्र के तहत वायरल किए जाने का जिम्मेदार भ्रष्टाचार की शिकायत करने वाले सभासदों को ठहराया गया है। जिसके चलते वार्ड सभासद निशिकांत संगल,अनिल उपाध्याय,सेठपाल सहित करीब आधा दर्जन सभासद शहर कोतवाली पहुंचे। जहा उन्होंने कोतवाली प्रभारी को एक शिकायती पत्र सौंपा है।
सभासदों का कहना है कि पिछले करीब एक सप्ताह से शामली में एक वीडियो वायरल हो रही है। जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा महिला से पूर्ण दर्शन कराने को कहा जा रहा है। जिसके चलते यह मामला शहर में आग की तरह फैलता जा रहा है। जिसमे नगर पालिका अध्यक्ष बीजेपी नेता द्वारा आरोप लगाया है की यह वीडियो नगर पालिका में भ्रष्टाचार की शिकायत करने वाले सभासदों द्वारा षड्यंत्र के तहत वायरल की गई है।
जबकि सभासदों को इसकी कोई जानकारी नहीं थी उन्हें तो मीडिया में मामला पहुंचने के बाद इस मामले की जानकारी हुई और उनका इस मामले से कुछ लेना देना नही है। सभासदों का कहना है की शहर में कुछ इस तरह की चर्चा भी है की उक्त वीडियो को बीजेपी नेता के खेमे के विभीषण बने सभासद द्वारा बनवाई गई है। जहा उक्त वीडियो का सौदा 20 लाख रुपए में किया गया था जिसमे करीब 7 लाख रुपए लिए जा चुके है और 13 लाख रुपए बाकी थे।जहा बाकी की रकम न मिलने के कारण ही यह वीडियो वायरल की गई है।
जिसके चलते हमारे द्वारा सम्पूर्ण समाधान दिवस में उच्चाधिकारियों से शिकायत करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच किए जाने की गई है। सभसदो ने रंगीन मिजाज बीजेपी नेता की व्हाट्स एप कॉलिंग,व्हाट्स एप चैट,सामान्य कालिंग की जांच करवाए जाने की बात कही गई है।
सभासदों का कहना है कि अगर यह वीडियो फेब्रिकेटेड है या जिन लोगो द्वारा वीडियो को फेब्रिकेटेड किया गया है और वीडियो को वायरल किया गया है उसकी भी जांच हो। वही अगर यह वीडियो फेब्रिकेटेड नही है तो बीजेपी का नारा है की नारी के सम्मान में बीजेपी मैदान में को ध्यान में रखते हुए पार्टी द्वारा रंगीले नेता के खिलाफ कार्यवाही की जाए।क्युकी इससे भारतीय जनता पार्टी की छवि भी खराब हो रही है।
सभासदों का कहना है की हम भारतीय जनता पार्टी के सच्चे सिपाही है और बीजेपी नेता द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल किए गए मैसेज के माध्यम से उन पर इसका आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल किया जा रहा है। सभासदों ने उक्त वीडियो की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। अब यह वीडियो सच में फेब्रिकेटेड है या असली यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा लेकिन इस वीडियो के कारण शहर में रंगीले नेता जी की काफी किरकिरी हो रही है।