गोरखपुर। जिले के पिपराइच थाने पर तैनात महिला सब इंस्पेक्टर (SI) अंकिता पांडेय को एंटी करप्शन टीम ने 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह मामला उस समय सामने आया जब SI अंकिता पांडेय ने एक व्यक्ति से आरोप हटवाने के बदले पैसे की मांग की थी। एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई करते हुए महिला पुलिस अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ लिया और उन्हें हिरासत में ले लिया।
अंकिता पांडेय की पोस्टिंग वर्ष 2023 में गोरखपुर के पिपराइच थाने पर हुई थी। वे अभी अपनी प्रशिक्षण अवधि में थीं और उनकी नौकरी के पहले वर्ष में ही वे इस भ्रष्टाचार में फंस गईं। आरोप है कि अंकिता पांडेय ने एक मामले में आरोपी का नाम हटवाने के बदले 10,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी, जिसके बाद एंटी करप्शन टीम ने उनका पीछा किया और जैसे ही पैसे का पैकेट उन्हें दिया गया, तुरंत उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
महिला SI की रिटायरमेंट तिथि 28 मार्च 2059 निर्धारित है, जो इस बात का संकेत देती है कि उनके पास काफी लंबी सेवा अवधि थी, लेकिन उन्होंने अपने करियर के पहले चरण में ही भ्रष्टाचार के रास्ते पर चलने का फैसला किया। यह घटना पुलिस व्यवस्था में भ्रष्टाचार की गंभीरता को उजागर करती है, खासकर जब एक प्रशिक्षु अधिकारी ही इस तरह के गलत कदम उठा लेता है।
इस घटना ने पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार के मामले को फिर से तूल दे दिया है। जहां एक ओर पुलिस अधिकारियों का दायित्व कानून का पालन करना और लोगों की सेवा करना होता है, वहीं दूसरी ओर ऐसी घटनाएं जनता के विश्वास को तोड़ने का काम करती हैं। एंटी करप्शन टीम की इस कार्रवाई को लेकर पुलिस विभाग में भी हलचल मच गई है।