मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन शनिवार को विपक्ष ने ईवीएम के मुद्दे पर वॉकआउट किया। इस दिन 288 नए विधायकों का शपथग्रहण होना था, जिसमें से 173 विधायकों ने शपथ ली। इस पर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि हम लोगों ने सदन से वॉकआउट किया क्योंकि हमारा अब विश्वास टूट चुका है। उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “शनिवार को शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट करने का कारण यह था कि लोगों का अब विश्वास टूट चुका है। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी यही कहा है कि हम चुनाव में बैलेट पेपर चाहते हैं, ईवीएम पर विश्वास नहीं किया जा सकता।
जो जनादेश मिला है, वह जनता ने नहीं दिया है। जनता में इस पर विश्वास नहीं दिख रहा है और यही कारण है कि सवाल उठ रहे हैं। मारकडवाड़ी गांव में लोगों ने यह सवाल उठाया कि जो वोट मिले हैं, वह 80 प्रतिशत वोट महायुति को कैसे मिल सकते हैं? वह तो पूरा गांव महाविकास आघाडी के साथ था, फिर भी इतने वोट कैसे मिले? उन्होंने कहा कि अगर बैलेट पेपर से चुनाव हो, तो सच्चाई सामने आ जाएगी। सरकार का विरोध करने का कोई कारण नहीं था, लेकिन सरकार डरी हुई दिखती है। गांव के लोग जो मांग कर रहे हैं, उन्हें परेशान किया जा रहा है, गिरफ्तार किया जा रहा है। उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं, जो गलत है। इसी कारण, हमने आज यह निर्णय लिया कि हम चुनावों का बहिष्कार करेंगे और कोई भी शपथ नहीं लेगा।
“महाराष्ट्र के सपा प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी ने शुक्रवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली शिवसेना (यूटीबी) के कारण महाविकास आघाडी (एमवीए) से अलग हो रही है, क्योंकि ठाकरे के करीबी सहयोगी ने दिसंबर 1992 में बाबरी मस्जिद को ढहाने वालों की सराहना की थी। इस पर उन्होंने कहा, “जहां तक उद्धव ठाकरे के साथ हमारे गठबंधन की बात है, पहले भी उनकी भूमिका स्पष्ट थी। शिवसेना (यूबीटी) ने एमवीए का हिस्सा रहते हुए इंडिया गठबंधन के साथ काम किया था। उस समय अबू आजमी ने इसका विरोध नहीं किया था। अब एक ट्वीट को लेकर जो विवाद उठ रहा है, मुझे लगता है कि इस पर समझाइश की जरूरत है। शिवसेना (यूबीटी) से भी हम इस बारे में बात करेंगे और अगर इंडिया गठबंधन का कोई दबाव है, तो उस पर भी चर्चा होगी।”