इटावा- समाजवादी पार्टी (सपा) के गढ़ के रूप में पहचान बनाने वाले इटावा में निकाय चुनाव में मची खींचतान के बीच सपा की मुश्किलों में इजाफा हुआ है।
जिले में तीन नगरपालिका और तीन नगर पंचायत की सीटें हैं। सभी सीटों पर कहीं ना कहीं सपा के कार्यकर्ता ही एक दूसरे को चुनौती देते हुए दिखाई दे रहे हैं। इटावा नगर पालिका सीट पर सपा की अधिकृत उम्मीदवार श्रीमती ज्योति गुप्ता का मुकाबला बागी श्रीमती गुलनाज बेगम से हैं, वही भरथना नगर पालिका सीट पर पार्टी के अजय यादव का मुकाबला सपा की बागी वर्तिका गुप्ता, लखना नगर पंचायत से पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार प्रदीप तिवारी के मुकाबले सपा के बागी सतीश वर्मा, बकेवर नगर पंचायत से श्रीमती रेशमा देवी के मुकाबले सपा के बागी अरब उल्ला उर्फ बल्ले चुनाव मैदान में है।
सबसे अधिक जोर आजमाइश इटावा नगर पालिका सीट को लेकर है, जिस पर पहले सपा ने इदरीस अंसारी की पुत्रवधू गुलनाज बेगम को टिकट दिया। नामांकन के आखिरी दिन सपा ने अपनी अधिकृत उम्मीदवार गुलनाज बेगम का टिकट काटकर श्रीमती ज्योति गुप्ता को उम्मीदवार घोषित करते हुए नामांकन करवा दिया । इदरीस को सपा महासचिव शिवपाल के बेहद करीबी माना जाता है। कहा गया था कि शिवपाल ने ही उनका टिकट समाजवादी पार्टी से कराया है।
गुलनाज बेगम का टिकट घोषित होने के बाद चर्चाएं शुरू हो गई कि वह कहीं ना कहीं कमजोर उम्मीदवार हैं जिसको लेकर के पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने एक संचालन समिति गठित की। इस बीच रविवार को भारतीय जनता पार्टी ने कुसुम दुबे का टिकट घोषित किया, उसके बाद सपा हाईकमान ने गुलनाज का टिकट काट कर ज्योति गुप्ता को दे दिया।
कुसुम देवी भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता रहे पूर्व विधायक अशोक दुबे की धर्मपत्नी है और उनकी ब्राह्मण तबके में खासी धाक भी मानी जाती है। ऐसा कहा जाने लगा है कि कुसुम दुबे के टिकट मिलने के बाद अब उनकी जीत में कोई रोड़ा नहीं है लेकिन समाजवादी पार्टी ने कुलदीप गुप्ता संटू की पत्नी श्रीमती ज्योति गुप्ता को टिकट देकर इटावा नगर पालिका परिषद के चुनाव को बेहद रोचक बना दिया है। श्रीमती ज्योति गुप्ता के पति कुलदीप गुप्ता संटू 2012 में इटावा नगर पालिका परिषद के निर्दलीय चेयरमैन निर्वाचित हुए थे।