खेल मंत्री से बोले सांसद, कुश्ती प्रशिक्षक जबर सिंह को मिले उचित सम्मान

मेरठ। देश को कई नामचीन पहलवान देने वाले मेरठ के कुश्ती प्रशिक्षक जबर सिंह सोम को अभी तक कोचिंग का बड़ा अवार्ड नहीं मिला है। शुक्रवार को दिल्ली में मेरठ के सांसद राजेंद्र अग्रवाल के साथ जबर सिंह सोम ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की। सांसद ने कुश्ती प्रशिक्षक की सेवाओं को देखते हुए उचित सम्मान देने का अनुरोध किया।
चौधरी चरण सिंह विवि मेरठ के कुश्ती प्रशिक्षक जबर सिंह सोम की नर्सरी से कई नामचीन महिला पहलवान निकली हैं। इन महिला पहलवानों ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदकों के अंबार लगाए हैं। जबर सिंह की शिष्या पहलवान अलका तोमर को अर्जुन अवार्ड भी मिल चुका है। इसके बाद भी कुश्ती प्रशिक्षक जबर सिंह को द्रोणाचार्य अवार्ड नहीं मिला जबकि उनसे कम योग्यता वाले प्रशिक्षकों को द्रोणाचार्य अवार्ड मिल चुके हैं। अपनी मांग को लेकर जबर सिंह लगातार मुहिम चला रहे हैं और उनके शिष्य भी उचित मंचों पर अपने गुरु की प्रतिभा का सम्मान करने की मांग कर रहे हैं।
2006 में अलका तोमर ने भारत को 39 साल बाद विश्व कुश्ती में कांस्य पदक दिलाया। ओलंपिक को छोड़कर अलका ने प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीते हैं। अलका तोमर के अलावा जबर सिंह सोम ने कुश्ती के अखाड़े में गार्गी यादव, रजनी, शीतल तोमर, पूजा तोमर, इंदू तोमर, अनुराधा तोमर, निशा तोमर, अर्चना तोमर, रुबी चौधरी, कविता, इंदू चौधरी, जस्मिन सोम, अपूर्वा त्यागी, दिव्यांशी, दिव्या तोमर, अंजू चौधरी, मनु तोमर, अंशु गुर्जर, दीप्ति राजपूत, बबीता आदि को तराशा है। इन पहलवानों ने अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में 19 स्वर्ण, 16 रजत, 41 कांस्य सहित कुल 76 पदक जीते हैं जबकि राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 282 से अधिक पदक जीत चुके हैं। उनकी शिष्याओं का कहना है कि नियमों और पदकों के आधार पर जबर सिंह सोम द्रोणाचार्य अवार्ड के हकदार हैं।
मेरठ के सांसद राजेंद्र अग्रवाल के साथ अर्जुन अवार्डी अलका तोमर, कुश्ती प्रशिक्षक जबर सिंह सोम ने केंद्रीय युवा, खेल एवं सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकर से शुक्रवार को दिल्ली में मुलाकात की। सांसद ने खेल मंत्री से कुश्ती प्रशिक्षक जबर सिंह सोम को उचित सम्मान प्रदान करने का अनुरोध किया।