मेरठ की बेटी रूपल ने रजत के बाद कास्य पदक झटका
Fri, 5 Aug 2022

मेरठ। मेरठ की बेटी रूपल चौधरी ने रजत पदक के बाद एक और पदक देश की झोली में डाल दिया है। रूपल चौधरी ने आज एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कास्य पदक झटक लिया। रूपल चौधरी ने अपने पहले ही अंतराष्ट्रीय दौरे में यह कमाल कर दिया। मेरठ की बेटी ने लगातार एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दो पदक झटके हैं।
मेरठ की बेटी रूपल चौधरी ने चांदी पर निशाना लगाने के बाद अब अंडर-20 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दमदार प्रदर्शन करते हुए कास्य पदक जीता है। कोलंबिया में हो रहे अंतराष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रूपल चौधरी ने लगातार दूसरा पदक झटका है। रूपल चौधरी ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 51.85 सेकंड के साथ यह उपलब्धि हासिल की। जबकि 51.50 सेकंड के साथ ग्रेट ब्रिटेन की येमी मेरी ने स्वर्ण पदक जीता है। जबकि 51.71 सेकंड के साथ केन्या की दमारिस मुतुंगा ने रजत पदक पर निशाना लगाया
रूपल के पहले ही अंतरराष्ट्रीय दौरे पर लगातार दुसरे पदक जीतने से परिवार में जश्न का माहौल है। रूपल के कोच विशाल सक्सेना व अमिता सक्सेना भी अपनी शिष्या की इस जीत पर बहुत खुश हैं। दोनों कोच का कहना है कि उनकी मेहनत सफल हो गई है। कैलाश प्रकाश स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रेक न होने के कारण वो दो दिन रूपल को दिल्ली सिंथेटिक ट्रेक पर अभ्यास के लिए ले जाते थे। जिसका परिणाम सभी के सामने हैं।
मेरठ की बेटी रूपल चौधरी ने चांदी पर निशाना लगाने के बाद अब अंडर-20 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दमदार प्रदर्शन करते हुए कास्य पदक जीता है। कोलंबिया में हो रहे अंतराष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रूपल चौधरी ने लगातार दूसरा पदक झटका है। रूपल चौधरी ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 51.85 सेकंड के साथ यह उपलब्धि हासिल की। जबकि 51.50 सेकंड के साथ ग्रेट ब्रिटेन की येमी मेरी ने स्वर्ण पदक जीता है। जबकि 51.71 सेकंड के साथ केन्या की दमारिस मुतुंगा ने रजत पदक पर निशाना लगाया
रूपल के पहले ही अंतरराष्ट्रीय दौरे पर लगातार दुसरे पदक जीतने से परिवार में जश्न का माहौल है। रूपल के कोच विशाल सक्सेना व अमिता सक्सेना भी अपनी शिष्या की इस जीत पर बहुत खुश हैं। दोनों कोच का कहना है कि उनकी मेहनत सफल हो गई है। कैलाश प्रकाश स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रेक न होने के कारण वो दो दिन रूपल को दिल्ली सिंथेटिक ट्रेक पर अभ्यास के लिए ले जाते थे। जिसका परिणाम सभी के सामने हैं।