कोेरोना संक्रमण में उछाल,डेंगू और मौसमी बीमारियों ने पकड़ी रफ्तार
Thu, 4 Aug 2022

मेरठ। जिले में एक बार फिर कोरोना संक्रमण रफ्तार पकड़ता नजर आ रहा है। इसलिए उनका खास ध्यान रखना बहुत जरूरी है। बरसात के दिनों में तमाम बीमारियों के बैक्टीरिया तेजी से सक्रिय होता है।
मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलोजी लैब में कोरोना संक्रमण की दर इस समय 3.66 फीसद मिली है। जो इस साल सबसे अधिक है। चिकित्सकों का कहना है कि वायरल बुखार घर-घर पहुंच रहा है। डेंगू से लेकर वायरल बुखार तक लक्षण समान उभर रहे हैं। डाक्टर और मरीज दोनों ही भ्रम की स्थिति में हैं। लैबों पर जांच का लोड कई गुना हो गया है। वायरल संक्रमण जोरों पर शरीर के अंदर संक्रमण और इंफ्लामेशन के मार्करों की जांच कराई जा रही है। मेडिकल कालेज के चिकित्सकों का कहना है कि बारिश, उमस, धूप और नमी से बैक्टरियल और वायरल संक्रमण जोरों पर है। ओपीडी में मरीज पहुंच रहे हैं। कई मरीजों में हल्के लक्षणों के साथ कोविड संक्रमण मिल रहा है।
माइक्रोबायोलोजी लैब में पिछले दो दिनों से एक हजार सैंपलों में 45-50 कोरोना मरीज मिल रहे हैं। एनसीआर में संक्रमण में अचानक उछाल आया है। जिला अस्पताल के फिजिशियन डा. अंकित ने बताया कि दर्जनों प्रकार के माइक्रोआर्गनिज्म बुखार की वजह बन सकते हैं।
मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलोजी लैब में कोरोना संक्रमण की दर इस समय 3.66 फीसद मिली है। जो इस साल सबसे अधिक है। चिकित्सकों का कहना है कि वायरल बुखार घर-घर पहुंच रहा है। डेंगू से लेकर वायरल बुखार तक लक्षण समान उभर रहे हैं। डाक्टर और मरीज दोनों ही भ्रम की स्थिति में हैं। लैबों पर जांच का लोड कई गुना हो गया है। वायरल संक्रमण जोरों पर शरीर के अंदर संक्रमण और इंफ्लामेशन के मार्करों की जांच कराई जा रही है। मेडिकल कालेज के चिकित्सकों का कहना है कि बारिश, उमस, धूप और नमी से बैक्टरियल और वायरल संक्रमण जोरों पर है। ओपीडी में मरीज पहुंच रहे हैं। कई मरीजों में हल्के लक्षणों के साथ कोविड संक्रमण मिल रहा है।
माइक्रोबायोलोजी लैब में पिछले दो दिनों से एक हजार सैंपलों में 45-50 कोरोना मरीज मिल रहे हैं। एनसीआर में संक्रमण में अचानक उछाल आया है। जिला अस्पताल के फिजिशियन डा. अंकित ने बताया कि दर्जनों प्रकार के माइक्रोआर्गनिज्म बुखार की वजह बन सकते हैं।