ठंडी में करें यह औषधीय खेती और पाएं एक बीघा पर 40,000 रुपये से ज्यादा मुनाफा, कम खर्च में तैयार होती है फसल, किसानों की पहली पसंद बनी यह खेती
अगर आप भी ठंडी के मौसम में ऐसी खेती की तलाश में हैं जो कम खर्च में ज्यादा मुनाफा दे सके, तो आज हम आपके लिए एक शानदार विकल्प लेकर आए हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं तुलसी की खेती की। यह एक ऐसी औषधीय फसल है जो कम मेहनत में किसान भाइयों को अच्छा खासा लाभ दिला सकती है।
तुलसी की खेती से कितना उत्पादन और मुनाफा मिलता है
अगर एक बीघा खेत में तुलसी की खेती की जाए तो किसान तीन से चार क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। वर्तमान में तुलसी का मंडी भाव 10,000 रुपये से लेकर 20,000 रुपये प्रति क्विंटल तक चल रहा है। पिछले कुछ महीनों में नीमच मंडी में रामा तुलसी का भाव 35,000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया था। इस हिसाब से अगर आपको न्यूनतम भाव भी मिल जाए तो एक बीघा से करीब 40,000 रुपये या उससे ज्यादा की आमदनी आसानी से हो सकती है।
तुलसी की खेती में कम खर्च और बढ़िया उत्पादन का राज
तुलसी की खेती में ज्यादा खाद या दवाइयों की जरूरत नहीं होती। सिर्फ 25 किलो यूरिया खाद एक बीघा खेत के लिए पर्याप्त रहती है। अगर आप ऑर्गेनिक खेती करना चाहते हैं तो पुरानी गोबर की खाद का उपयोग भी किया जा सकता है। इस फसल में कीटों का प्रकोप बहुत कम होता है, इसलिए केवल इल्ली की दवा डालना पर्याप्त होता है। इससे किसानों का खर्च काफी कम हो जाता है और उत्पादन भी अच्छा मिलता है।
तुलसी की फसल कब तैयार होती है
तुलसी की फसल को तैयार होने में 90 से 100 दिन का समय लगता है। यानी तीन महीने के अंदर आप इसकी कटाई कर सकते हैं। तुलसी की खेती हल्की मिट्टी में बहुत अच्छी मानी जाती है, इसलिए अगर आपके पास ऐसी जमीन है जो बहुत उपजाऊ नहीं है, तो भी आप तुलसी उगा सकते हैं। इसकी मांग पूरे साल बनी रहती है, क्योंकि तुलसी का उपयोग दवाइयों, तेल, धूपबत्ती और धार्मिक कार्यों में लगातार होता है।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि तुलसी की खेती कम मेहनत, कम पानी और कम खर्च में किसानों के लिए मुनाफे का सुनहरा जरिया बन सकती है। अगर आप भी इस सीजन में किसी ऐसी फसल की तलाश में हैं जो आपको तेजी से लाभ दे, तो तुलसी की खेती एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है।
