मुजफ्फरनगर। शहर में मौसम के उतार-चढ़ाव का असर साफ तौर पर देखा जा रहा है। रविवार रात का न्यूनतम तापमान गिरकर 13.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस साल सर्दी की अब तक की सबसे ठंडी रात साबित हुई। इसके साथ ही वायु प्रदूषण के स्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 261 पर पहुंच गया, जो खराब श्रेणी में आता है।
सोमवार सुबह से ही शहर कोहरे की मोटी चादर में लिपटा हुआ नजर आया। दृश्यता बेहद कम रही और सूर्य के दर्शन दिन भर नहीं हो सके। ऐसे में ठंड का अहसास और बढ़ गया। सुबह के समय लोग सड़कों पर गर्म कपड़ों में नजर आए, लेकिन मौसम का यह मिजाज आने वाले दिनों में और कठिनाई बढ़ा सकता है।
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शहर में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, AQI का 261 पर पहुंचना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, खासकर बुजुर्गों, बच्चों और श्वसन रोगों से पीड़ित लोगों के लिए। प्रदूषण के मुख्य कारणों में सड़कों पर वाहनों की बढ़ती संख्या, पराली जलाने की घटनाएं, और औद्योगिक उत्सर्जन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
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मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक न्यूनतम तापमान में और गिरावट हो सकती है। ठंडी हवाओं और कोहरे के कारण सुबह और शाम ठंड का असर बढ़ेगा। हालांकि, दोपहर के समय धूप निकलने की संभावना है, जो ठंड से थोड़ी राहत दे सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि वे घर से बाहर निकलते समय मास्क का इस्तेमाल करें और बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। वाहन चलाते समय गति धीमी रखें, क्योंकि कोहरे के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है। साथ ही, सरकार से प्रदूषण नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की जा रही है।