झांसी। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के शहर आगमन से पूर्व बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानु सहाय को एक बार फिर हाउस अरेस्ट कर लिया गया। उन्होंने व्हाट्सएप पर अपने घर पर बंदी बनाए जाने की फोटो जारी करते हुए लिखा कि जनप्रतिनिधियों के मुंह में दही जमा है। ऐसे में बुंदेलखंडियों की कौन सुनेगा ? वह झांसी की कुछ बड़ी समस्याओं को लेकर उपमुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि न मुझे डराया जा सकता और न ही मेरी आवाज दबाई जा सकेगी। जब अवसर मिलेगा तब प्रदेश मुख्यालय के लोगों के सामने अपनी बात जरूर रखूंगा। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के मुंह में दही जमा है। अब बुंदेलियों का दुख दर्द कैसे कम हो।
उन्होंने बड़ी समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए कहा कि बुन्देलखंड विश्वविद्यालय को स्ववित्त पोषित से हटाकर 100 प्रतिशत अनुदान दिया जाए। बुन्देलखंड क्षेत्र के मेडिकल कॉलेज में रिक्त पड़े पदों को भरे जाने एवं चिकित्सीय उपकरण के लिए 20 करोड़ रुपये स्वीकृत किये जाएं। अवैध खनन पर नो टॉलरेन्स की नीति का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। झांसी स्मार्ट सिटी में व्याप्त भ्रष्टाचार पर नकेल कसी जानी चाहिए। कैमासिन की पहाड़ी की जांच होनी चाहिए। मेडिकल कॉलेज में खाली पड़े 50 प्रतिशत से ज्यादा पद से बुंदेलियों को ससमय इलाज कैसे मिले एवं 20 करोड़ के चिकित्सीय उपकरण के लिए धनराशि कब तक मिलेगी। ऐतिहासिक लक्ष्मीताल के भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए। ऐसे मुद्दों को लेकर वह उपमुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे। इन मुद्दों के ऊपर बात किससे करूं। जब देखो तब हाउस अरेस्ट कर लिया जाता हूं।