सहारनपुर (गंगोह/बिहारीगढ)। बिहारीगढ़ थाने में दर्ज हत्या के प्रयास के मामले में बसपा नेता एवं पूर्व विधायक इमरान मसूद के भाई नोमान मसूद की गिरफ्तारी के लिए बिहारीगढ़ पुलिस ने गंगोह में उनके आवास पर दबिश दी। नोमान के ना मिलने पर पुलिस को खाली हाथ लौटना पडा।
बता दें कि बिहारीगढ़ थाना क्षेत्र के गांव कुरडीखेड़ा निवासी ग्रामीण दीप सिंह पुत्र ज्योति सिंह ने गंगोह के पूर्व चेयरमैन नोमान मसूद और पहल सिंह के खिलाफ बिहारीगढ कोतवाली में हत्या के प्रयास के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
दीप सिंह का आरोप है कि गंगोह निवासी नोमान मसूद ने गांव के जंगल में उसकी जमीन पर कब्जा कर रखा है। उसने दो माह पहले एसडीएम बेहट को प्रार्थनापत्र देकर जमीन को कब्जा मुक्त कराने की मांग की थी। एसडीएम बेहट ने जमीन की पैमाइश के लिए राजस्व टीम को भेजा था। आरोप है कि राजस्व टीम जमीन की पैमाइश करने आई थी। वह भी वहीं पर था। इसी दौरान नोमान मसूद और पहल सिंह ने पैमाइश का विरोध करते हुए उनके साथ गाली-गलौज की और जान से मारने की नियत से उस पर और राजस्व टीम पर फायरिंग की थी। इस फायरिंग में वो और राजस्व टीम बाल-बाल बचे थे।
कोतवाली प्रभारी प्रभाकर कैंतुरा ने बताया कि उक्त मामले में नोमान मसूद को गिरफ्तार करने के लिए बिहारीगढ़ कोतवाली प्रभारी बीनू सिंह ने गंगोह पुलिस के साथ नोमान मसूद के आवास पर दबिश दी लेकिन वह वहां नहीं मिले। उनके पुत्र हमजा मसूद को जांच में सहयोग करने की बात कहकर पुलिस वहां से लौट आई। दबिश में गंगोह कोतवाल प्रभाकर कैंतुरा और वरिष्ठ इंस्पेक्टर राजकुमार भी शामिल रहे।