“मुज़फ्फरनगर में 12-13 नवम्बर का जमीयत उलमा-ए-हिंद जलसा कैंसिल, जिला अध्यक्ष ने दी अहम जानकारी”
मुजफ्फरनगर। जमीयत उलमा-ए-हिंद, जिला मुजफ्फरनगर के तत्वावधान में 12 और 13 नवंबर 2025 को आयोजित होने वाला जिला स्तरीय 'इजलास-ए-आम' कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।
मौलाना मुकर्रम क़ासमी ने बताया कि पूर्व में जिले के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जलसा आयोजित करने की मौखिक अनुमति दे दी गई थी, लेकिन कुछ कारणों के चलते अब कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं मिल पाई है।
अनुमति न मिलने के कारण पूर्व से निर्धारित 12 और 13 नवंबर को आयोजित होने वाले जलसे को कैंसिल कर दिया गया है। जमीयत ने आम जनता से अपील की है कि जलसे के निर्धारित स्थान पर अनावश्यक रूप से भीड़ इकट्ठा न हो। जमीयत ने आश्वासन दिया है कि आगामी दिनों में जल्द ही कागजी कार्यवाही पूरी कर अनुमति के साथ जलसे की नई तारीखों का ऐलान किया जाएगा।
जलसा रद्द होने की सूचना देने के दौरान, जमीयत ने अपने कार्यकर्ताओं को आगामी कार्यों और संगठन को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया।
मौलाना मुकर्रम ने कहा कि जमीयत की शक्ति उसकी बुनियादी इकाइयों में है। इस समय, हमें गांव स्तर से लेकर तहसील, ब्लॉक और जिला स्तर तक अपनी शाखाओं को और अधिक संगठित, सक्रिय और योजनाबद्ध करना होगा। उन्होंने नियमित बैठकें, सामाजिक व जनहित मुद्दों पर कार्य और जनसंपर्क अभियान को प्राथमिकता देने की बात कही।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में जमीयत का एक महत्वपूर्ण कार्य वोटर सूची निरीक्षण एवं संशोधन अभियान में सक्रिय भागीदारी है। सभी कार्यकर्ताओं से अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर लोगों की सहायता करने को कहा गया, ताकि सही लोगों के नाम मतदाता सूची में शामिल हों और त्रुटियों का सुधार किया जा सके।
जिला अध्यक्ष मौलाना मुकर्रम अली क़ासमी ने अंत में कहा कि जमीयत उलमा-ए-हिंद हमेशा सामाजिक, शैक्षणिक, मानवता और राष्ट्रीय एकता के कार्यों के लिए समर्पित रही है और यह कार्य निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से एकता, संयम और समर्पण बनाए रखने का आह्वान किया, जिसे उन्होंने सफलता की कुंजी बताया।
इस अवसर पर मौलाना अब्दुल खालिक क़ासमी (जिला महासचिव), मौलाना ज़ुबैर रहमानी (महानगर अध्यक्ष) सहित ज़िले की इकाइयों के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
