मुजफ्फरनगर में आपदा से निपटने के लिए कल होगी मॉक ड्रिल रिहर्सल, हाई अलर्ट पर प्रशासन

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने गुरुवार को जिला पंचायत सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर भूकंप, औद्योगिक (रासायनिक), और अग्नि सुरक्षा मॉक एक्सरसाइज की तैयारियों की समीक्षा की। यह मॉक ड्रिल शुक्रवार को जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित की जाएगी।
लेफ्टिनेंट जनरल डिमरी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी उप जिलाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों के औद्योगिक संस्थानों की पूरी जानकारी रखें और आपदा की स्थिति में राहत कार्यों के लिए तैयार रहें। उन्होंने जोर देकर कहा कि इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर को 24 घंटे सक्रिय रखा जाए, ताकि आपदा की स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि आपदा से निपटने के लिए टीम वर्क बेहद जरूरी है।
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने बताया कि आपदा प्रबंधन में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF), और पीएसी की भूमिका महत्वपूर्ण रही है, जिसके कारण जनपद में जनहानि को काफी हद तक कम किया गया है। उन्होंने जानकारी दी कि जल्द ही जनपद में 100 आपदा मित्रों की टीम सक्रिय होगी, जो आपदा प्रबंधन में सहायता प्रदान करेगी।
मॉक एक्सरसाइज के लिए सदर तहसील: त्रिवेणी इंजीनियरिंग मैदान,जानसठ: डीएवी इंटर कॉलेज,खतौली: तहसील मुख्यालय, बुढ़ाना: डीएवी इंटर कॉलेज मैदान में की जाएगी।
जिलाधिकारी ने मुख्य अग्निशमन अधिकारी अनुराग कुमार को निर्देश दिए कि वे तीन दिनों के भीतर जिले के सभी अस्पतालों का औचक निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि आपदा की स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं। साथ ही, तीन दिनों के भीतर फायर ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार, अपर जिलाधिकारी (वित्त) गजेंद्र कुमार, नगर मजिस्ट्रेट पंकज प्रकाश, उप जिलाधिकारी सदर प्रवीण द्विवेदी, बुढ़ाना अपूर्वा यादव, खतौली राजकुमार भारती, जानसठ राहुल देव, मुख्य अग्निशमन अधिकारी अनुराग कुमार, डीएफओ राजीव कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।