मुजफ्फरनगर। जिले के बुढ़ाना स्थित डीएवी डिग्री कॉलेज के प्रबंधक अरविंद गर्ग पर आर्य समाज की संपत्तियों पर फर्जीवाड़ा कर कब्जा करने के गंभीर आरोप लगे हैं। यह मामला तब उजागर हुआ जब छात्र उज्जवल कुमार ने आत्मदाह किया, जिससे कॉलेज प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ गईं। पुलिस प्रबंधक अरविंद गर्ग, पीटीआई और अन्य के खिलाफ कार्रवाई में जुटी है।
राठी के अनुसार, गर्ग ने चकबंदी अधिकारियों और शिक्षा विभाग के कुछ अफसरों के साथ मिलीभगत कर आर्य समाज की लगभग 25 बीघा जमीन पर डीएवी पब्लिक कॉलेज और 55 बीघा जमीन पर डीएवी डिग्री कॉलेज का संचालन किया। उन्होंने कहा कि गर्ग ने लगभग 14 स्कूलों का निर्माण कर दिया है और बुढ़ाना डाकखाना तथा गर्ग का निजी निवास भी आर्य समाज की संपत्ति पर है। आर्य समाज अब अपनी संपत्तियों को वापस पाने के लिए आंदोलन की तैयारी कर रहा है।
कॉलेज कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राजीव कुमार ने आरोप लगाया कि गर्ग ने फर्जी सदस्यता सूची बनाकर विश्वविद्यालय को गुमराह किया और कॉलेज प्रबंधन का पद हथिया लिया। उन्होंने कहा कि कॉलेज परिसर में अवैध निर्माण कर करीब 100 दुकानें बनाई गई हैं और मैदान को नष्ट कर दिया गया है।
सचिन कुमार, आजीवन सदस्य आर्य विद्या सभा, ने बताया कि लगभग 100 बीघा सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जा कर कॉलेज को निजी संस्थान की तरह चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की निष्क्रियता सरकार की नीतियों के विपरीत है।
स्थानीय लोग और आर्य समाज के सदस्य चेतावनी दे रहे हैं कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा। प्रशासन और पुलिस पर निगाहें टिकी हैं कि क्या इस मामले में कोई ठोस कदम उठाया जाएगा।
