नौचंदी ट्रेन से मुजफ्फरनगर किसानों का लखनऊ कूच, होगी महापंचायत, 35 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा जाएगा

मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी संजीव तोमर के आह्वान पर मंगलवार को मुजफ्फरनगर से सैकड़ों किसानों का जत्था नौचंदी ट्रेन से लखनऊ के लिए रवाना हुआ। मेरठ रेलवे स्टेशन पर सुबह से ही भारी संख्या में किसान एकत्र हुए और ट्रेन में सवार होकर राजधानी की ओर कूच कर गए। आज लखनऊ में होने वाली महापंचायत में किसानों की 35 सूत्रीय मांगों को सरकार के समक्ष रखा जाएगा।
महापंचायत की मांगें
चौधरी संजीव तोमर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि संगठन हर वर्ष सितंबर में लखनऊ में महापंचायत आयोजित करता है, जिसमें किसानों की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाया जाता है। इस बार की महापंचायत में निम्नलिखित प्रमुख मांगें उठाई जाएंगी गन्ने का भाव 500 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया जाए। बकाया भुगतान ब्याज सहित तत्काल कराया जाए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों को फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाए। स्मार्ट मीटर की स्थापना पर रोक लगाई जाए। मुजफ्फरनगर में एम्स अस्पताल की सुविधा प्रदान की जाए। भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। किसानों को नलकूप कनेक्शन निशुल्क दिए जाएं। कृषि यंत्रों पर 50% की सब्सिडी प्रदान की जाए। टोल टैक्स और रोड टैक्स में किसानों व आमजन को राहत दी जाए।
तोमर ने कहा कि इन मांगों को लेकर संगठन एक 35 सूत्रीय मांग पत्र सरकार को सौंपेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
महापंचायत में भाग लेने के लिए किसानों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। मेरठ रेलवे स्टेशन पर सुबह से ही किसान अपने संगठन के झंडों और बैनरों के साथ एकत्र हुए। कई किसानों ने बताया कि उनकी फसलों का उचित मूल्य न मिलने और बकाया भुगतान में देरी के कारण आर्थिक संकट गहरा गया है। वे इस महापंचायत के माध्यम से अपनी आवाज को शासन तक पहुंचाने की उम्मीद कर रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के नेतृत्व में यह महापंचायत उत्तर प्रदेश सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती हो सकती है, क्योंकि किसानों की मांगें न केवल आर्थिक, बल्कि सामाजिक और प्रशासनिक सुधारों से भी जुड़ी हैं।