मुजफ्फरनगर में पानीपत-खटीमा हाईवे पर अनियंत्रित ट्रक का तांडव, होमगार्ड की मौत, भाकियू नेता समेत दो घायल
सीसीटीवी में कैद हुआ खौफनाक हादसा; नशे में धुत ड्राइवर ने रौंदे बाइक, कार और दुकान, दधेड़ू मोड़ बना मौत का कारण
ट्रक ने मचाई भारी तबाही
यह हादसा शुक्रवार देर रात करीब 11 बजे हुआ। अनियंत्रित ट्रक ने पहले सड़क किनारे चल रहे एक युवक (जो बाद में होमगार्ड के रूप में पहचाना गया) को टक्कर मारी। इसके बाद ट्रक ने भाकियू नेता राजू पीनना की कार को बुरी तरह रौंद डाला, एक कैंटीन को रौंदा और अंत में अशोक नामक व्यक्ति के मकान की दीवार तोड़कर भीतर जा घुसा।
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क्षति: टक्कर इतनी जोरदार थी कि भाकियू नेता राजू पीनना की कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। कैंटीन मलबे के ढेर में तब्दील हो गई, और मकान के निचले हिस्से में बनी दुकान का हिस्सा ध्वस्त हो गया। मकान के ऊपरी हिस्से से एक महिला सुमन नीचे गिरकर घायल हो गई।
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मृतक की पहचान: मलबे में दबकर ट्रक के बोनट पर फंसे जिस युवक की मौत हुई थी, उसकी शिनाख्त शनिवार दोपहर बाद होमगार्ड अर्जुन कुमार (23), निवासी रूकनपुर के रूप में हुई।
सीसीटीवी में कैद दर्दनाक मंजर
हादसे की पूरी घटना पास की दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि ट्रक सड़क पर लहराते हुए आ रहा है। उसने पहले दो बाइकों को उछाल दिया, फिर कार को टक्कर मारी और आखिर में मकान में जा घुसा, जिसके बाद इलाके में धूल और मलबे का गुबार छा गया।
शराब के नशे में था चालक, पुलिस कार्रवाई
सीओ सिटी एएसपी सिद्धार्थ के. मिश्रा ने बताया कि सूचना मिलने पर शहर कोतवाली पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायलों को अस्पताल भिजवाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
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आरोपी चालक: प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि ट्रक चालक नीरज पाल (निवासी हरदोई) ने शराब का सेवन किया हुआ था और नशे की हालत में वाहन पर नियंत्रण खो दिया था।
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गिरफ्तारी: पुलिस ने आरोपी चालक नीरज पाल को हिरासत में लेकर ट्रक को कब्जे में ले लिया है और विधिक कार्यवाही की जा रही है।
दधेड़ू मोड़ पर हादसों का खतरा
ग्रामीणों ने इस दुर्घटना के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। उनका आरोप है कि दधेड़ू मोड़ पर लंबे समय से हादसों का खतरा बना हुआ है, लेकिन प्राधिकरण ने यहां अंडरपास या पुल का निर्माण नहीं कराया, जिसके कारण भारी वाहन सीधे गुजरते हैं और आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं।
