पटना। भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को सीजफायर की घोषणा के कुछ ही घंटे बाद पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन कर दिया था। भारत के सीमावर्ती क्षेत्र में लगातार हमले किए गए। गुजरात के कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी ने रविवार को कहा कि सीजफायर का उल्लंघन बहुत ही निंदनीय है। जिग्नेश मेवाणी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा कि पाकिस्तान के इस कृत्य के लिए हमारी सरकार को इस पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने अमेरिका की मध्यस्थता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि शिमला करार के मुताबिक भारत और पाकिस्तान का कोई भी मसला दोनों देश आपस में मिलकर तय करेंगे। इस मामले में अमेरिका टांग क्यों अड़ा रहा है, यह सोचने की बात है।
उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के सामने घुटने क्यों टेक दिए, वह तो 56 इंच का सीना होने का दावा करते थे। सही बात तो यह है कि प्रधानमंत्री मोदी की “न तो चीन के सामने चलती है और न ही अमेरिका के सामने”। पी. चिदंबरम के मोदी की तारीफ पर जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी, पूरा विपक्ष केंद्र सरकार और देश की सेना के साथ है। इसके लिए हम भारत सरकार और सेना को बधाई देते हैं। सेना ने पूरी दुनिया के सामने गर्व महसूस कराया है। उन्होंने कहा कि जहां तारीफ करने वाली बात होगी, हम तारीफ करेंगे, लेकिन प्रधानमंत्री के तौर पर पीएम मोदी को अपनी विफलताओं का जवाब देना पड़ेगा। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में गत 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष लोगों के मारे जाने के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत के सीमावर्ती इलाकों में सैन्य प्रतिष्ठानों तथा आम आबादी पर हमले शुरू कर दिए। हमलों का भारतीय सेना ने समुचित जवाब दिया है। इसके लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने मोदी सरकार की तारीफ की है। उन्होंने एक लेख में सरकार की युद्ध नीति की सराहना की है।