मुंबई। शिवसेना उद्धव (यूबीटी) के नेता और सांसद संजय राउत ने शिंदे सरकार की चुनावी घोषणाओं पर सवाल उठाते हुए कहा है कि चुनावों के पहले ऐसे निर्णयों की जल्दबाजी की जाती है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार जनता को भ्रमित करने के लिए घोषणाओं की बारिश कर रही हैं, जबकि उनके पास वास्तविक विकास के लिए आवश्यक संसाधन नहीं हैं। सीएम शिंदे की घोषणाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए राउत ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता को यह समझ में आ गया है कि ये घोषणाएं सिर्फ चुनावी गणित का हिस्सा हैं। उन्होंने लाडली बहन योजना और मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट से जुड़े निर्णयों का उदाहरण देते हुए कहा कि उनका उद्देश्य केवल वोट बैंक बढ़ाना है।
राउत ने मदरसों के शिक्षकों की सैलरी बढ़ाने को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि अंधभक्तों से मेरा सवाल है क्या यह वोट जिहाद नहीं है? क्या यह वोट के लिए नहीं किया गया है? राउत ने कहा कि उनका पेमेंट बढ़ना चाहिए, लेकिन यह चीज अगर हम लोग करते तो यह कहते हैं कि यह वोट जिहाद है, तो अब मेरा सवाल है, कि इन लोगों ने क्या किया है? हरियाणा के चुनाव में बीजेपी को मिले वोटों को लेकर राउत ने कहा कि बीजेपी को महज 0.6 प्रतिशत वोट ज्यादा मिले, लेकिन फिर भी उन्हें 30 सीटों का फायदा कैसे हुआ, यह गंभीर सवाल है।
उन्होंने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाया और कहा कि जनता को यह सोचना चाहिए कि क्या यहां भी गड़बड़ी हो रही है। राउत ने कैबिनेट मीटिंग में अजीत पवार के अचानक उठकर चले जाने पर कहा कि यह सब 40 प्रतिशत कमीशन के झगड़ों का नतीजा है, जिसमें मंत्रालयों में बैठे लोग अपने हिस्से की वसूली के लिए आपस में लड़ रहे हैं। ये जो उनके फंड हैं, जो घोषणाओं की बारिश कर रहे है कि उसको 500 करोड़, इसको 700 करोड़ और किसी को 800 करोड़। यह सब जो मंत्रालय में बादशाह बैठे है, इनकी 40 प्रतिशत कमीशन के झगड़े हैं। ये लोग जब किसी ठेकेदार को ठेकेदारी देते है तो पहले अपना 40 प्रतिशत कमीशन काट लेते हैं। 40 फीसदी में मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री और बाकी उनके तमाम चेले – चपाटों को पैसा मिलता है।
यह 40 प्रतिशत का मामला है, इसलिए इनके झगड़े चल रहे है। राउत ने महाविकास आघाड़ी की सीटों के बंटवारे को लेकर कहा कि उनकी सभी चर्चाएं पूरी हो चुकी हैं।वे जल्द ही 210 विधानसभा सीटों की लिस्ट जारी करेंगे, जिसका कोई विशेष मुहूर्त नहीं होता। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारी पूरी हो चुकी है और महायुति में सब कुछ गड़बड़ है। राउत ने यह भी कहा कि दशहरा रैली परंपरा के अनुसार होगी और उद्धव ठाकरे देश और महाराष्ट्र को संबोधित करेंगे।