शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून कहर मचा रहा है। समेज में 17 दिन पहले बाढ़ से हुई भारी तबाही के बाद एक बार फिर रामपुर उपमण्डल में बादल फटने की घटना सामने आया है। रामपुर के तकलेच में शुक्रवार बीती रात बादल फटने से आए सैलाब ने लोगों को डरा दिया है। जान बचाने के लिए लोग रात को अपने घरों व दुकानों को छोड़कर भागे।
बादल फटने की घटना रामपुर के तकलेच पंचायत के अंतर्गत डमराली में हुई है। इससे यहां के नाले में बाढ़ आ गई औऱ कई घर खतरे की जद में आ गए। सड़क का कई मीटर हिस्सा सैलाब में बह गया, जिससे इलाके में परिवहन सुविधा ठप पड़ गई है।
शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी शुक्रवार देर रात नोगली पहुंचे और हालात का जायजा लिया।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि इस घटना से अभी तक जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। जिला प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
उन्होंने कहा कि डमराली और तकलेच के कारण देर शाम को भारी बारिश हुई। जिस कारण तकलेच के ऊपर वाले हिस्से डमराली में बादल फटने से पानी का भारी सैलाब साथ लगते नाले में आ गया। जिस वक्त यह सैलाब आया तकलेच वासियों ने इस नाले की गड़गड़ाहट साफ सुनी। लोग घरों से बाहर निकल गए। इसी वजह से विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गई। डमराली स्थित मोबाइल टावर भी बंद हो गया। इस कारण यहां की छह पंचायत का मोबाइल सिग्नल प्रभावित हो चुका है।
रामपुर के एसडीएम निशांत तोमर ने बताया कि मौके पर बचाव टीम नहीं पहुंच पाई है क्योंकि एक जगह से सड़क टूट गई है। लेकिन स्थानीय पंचायत प्रधान से फोन पर बात हुई और उन्होंने किसी भी प्रकार से जानी नुकसान की सूचना को लेकर इंकार किया है।
उधर, भारी बारिश से ऊना में भी जनजीवन प्रभावित हुआ है। देर रात हुई भारी बारिश से आई बाढ़ की वजह से ऊना-संतोषगढ़ रोड पर स्थित रामपुर पुल का एक कोना टूटू गया है। इससे पुल सभी वाहनों के लिए बंद हो गया है और वैकल्पिक सड़क से वाहनों की आवाजाही की जा रही है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक भूस्खलन से राज्य भर में दो नेशनल हाइवे व 58 सड़कें बंद हैं। सिरमौर जिला में एनएच 707 और किन्नौर जिला के निगुलसारी में एनएच-5 अवरुद्ध है।
मौसम विभाग ने लाहौल स्पीति, चम्बा, हमीरपुर, ऊना, कुल्लू और कांगड़ा जिलों में अगले 24 घण्टे भारी वर्षा को लेकर आगाह किया है। वहीं चम्बा व कांगड़ा जिलों में आज शनिवार के लिए फ्लैश फ्लड की चेतावनी दी गई है। विभाग के मुताबिक आगामी 22 अगस्त तक राज्य के मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट रहेगा।