नई दिल्ली। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने बुधवार को आईएएनएस से बातचीत की। उन्होंने आयुष्मान योजना पर दिल्ली सरकार द्वारा दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया दी।
भाजपा सांसद ने कहा, “इस देश का हर बुजुर्ग अब जानता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के बुजुर्गों को इलाज के लिए 5 लाख रुपये देने की जिम्मेदारी ली है, चाहे उनकी आय वर्ग कुछ भी हो। हालांकि, दिल्ली की मुख्यमंत्री इस योजना के कार्यान्वयन को रोक रही हैं। आम आदमी पार्टी सरकार ने आयुष्मान भारत योजना को भी रोक दिया है, जो देश भर के गरीबों के लिए 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य सेवा कवरेज प्रदान करती है, बुजुर्ग नागरिकों को इसके लाभों तक पहुंच से वंचित किया जा रहा है।
इसके लिए अब कोर्ट जाना पड़ रहा है, हमें पूरा विश्वास है कि कोर्ट ऐसी गरीब विरोधी और बुजुर्गों की सुविधाओं की विरोधी सरकार और उसकी मंशा को ध्वस्त करेगी। बता दें कि दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को बताया है कि आयुष्मान कार्ड में दिल्ली के 80 प्रतिशत लोग योग्य ही नहीं होंगे। क्योंकि सबके घर में फ्रिज, बाइक हैं। जब हम दिल्ली में हर किसी का 50 लाख तक का इलाज भी मुफ्त करते हैं तो 5 लाख तक का केंद्र सरकार का कार्ड क्यों दें। उन्होंने कहा, गुरुग्राम, नोएडा और गाजियाबाद बड़े-बड़े प्राइवेट अस्पतालों से भरे पड़े हैं। फिर भी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के लोग क्यों दिल्ली में आकर अपनी सर्जरी करवा रहे हैं।
यूपी और हरियाणा के भाजपा के सीएम बताएं कि कितने गरीबों की आयुष्मान भारत योजना में इन बड़े अस्पतालों में सर्जरी हुई है। इन राज्यों के लोग दिल्ली में सर्जरी करवाने इसलिए आते हैं क्योंकि आयुष्मान भारत योजना सिर्फ कागजों में है। दिल्ली के स्वास्थ्य मॉडल की चर्चा देश के दूसरे राज्यों के साथ विदेशों में भी हो रही है। दिल्ली के मॉडल में प्राइमरी लेवल पर मोहल्ला क्लिनिक, सेकंडरी लेवल पर पॉलीक्लीनिक में सब को मुफ्त इलाज मिलता है। हमारे यहां सारे टेस्ट, सारी दवाइयां और सारी सर्जरी मुफ्त में की जाती है।