गैस एजेंसी और नौकरी दिलाने के नाम पर साइबर ठगी, गाजियाबाद पुलिस ने चार आरोपी पकड़े

गिरोह के सदस्य खुद को प्रमुख गैस कंपनियों (जैसे IOC, HPCL आदि) का अधिकारी बताकर लोगों से संपर्क करते थे। उन्हें फर्जी एजेंसी आवंटन पत्र ईमेल या व्हाट्सएप पर भेजे जाते। प्रोसेसिंग फीस, सिक्योरिटी और अन्य शुल्क के नाम पर भारी रकम वसूली जाती। बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर भी ठगा जाता था।
अब तक 30 लाख की ठगी
पुलिस जांच में सामने आया कि इस गिरोह ने अब तक करीब 30 लाख रुपये की साइबर ठगी की है, जो 7 राज्यों में फैली 11 घटनाओं से जुड़ी हुई है।
गाजियाबाद साइबर क्राइम पुलिस ने बरामद दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक सबूतों की जांच शुरू कर दी है ताकि अन्य पीड़ितों और मामलों की पहचान की जा सके।
साइबर ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक (साइबर क्राइम) ने कहा कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और संगठित तरीके से ठगी कर रहा था। इस सफलता को साइबर अपराध के खिलाफ बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। जांच को अन्य राज्यों की एजेंसियों के साथ मिलकर आगे बढ़ाया जा रहा है।