स्वामी प्रसाद मौर्य का बागेश्वर धाम पर वार! बोले – ‘हिंदू राष्ट्र मांगना देश से गद्दारी
बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए इस बार दो चरणों में मतदान हुआ। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को और दूसरे चरण की 11 नवंबर को हुई। चुनाव आयोग ने इस बार मतदान प्रतिशत को देखते हुए संतोष व्यक्त किया। पहले चरण में 65.06 प्रतिशत और दूसरे चरण में 68.76 प्रतिशत मतदान हुआ, जिससे कुल मिलाकर 66.91 प्रतिशत मतदान के साथ बिहार ने 1951 के बाद का सबसे ऊँचा मतदान रिकॉर्ड बनाया।
एग्जिट पोल्स के अनुसार न्यूज़-19 की रिपोर्ट में एनडीए को 140 से 150 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि महागठबंधन को 85 से 95 सीटें मिल सकती हैं। न्यूज़ 24-चाणक्य स्ट्रेटजीज के अनुसार एनडीए को 130-138 सीटें और महागठबंधन को 100-108 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं मैटराइज एजेंसी के अनुमान के मुताबिक एनडीए को 147 से 167 सीटें मिल सकती हैं, जबकि महागठबंधन की संख्या 70 से 90 सीटों तक सीमित रह सकती है।
महागठबंधन की पार्टी सपा का कहना है कि एग्जिट पोल्स हमेशा सही नहीं होते और असली तस्वीर 14 नवंबर को नतीजों के दिन सामने आएगी। यदि ये अनुमान सही साबित होते हैं, तो एक बार फिर नीतीश कुमार बिहार की सत्ता संभाल सकते हैं, जबकि तेजस्वी यादव की ‘बदलाव की गूंज’ इस बार भी सत्ता के गलियारे तक नहीं पहुँच पाएगी।
इस बार प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज की चुनावी पिच कमजोर नजर आ रही है। एग्जिट पोल्स के मुताबिक पार्टी खाता खोलने के लिए भी संघर्ष करती दिख रही है। असली परिणाम 14 नवंबर को आने वाले हैं, जब साफ हो जाएगा कि बिहार में एनडीए की लहर चलती है या महागठबंधन चौंकाने वाला प्रदर्शन करता है।
