गैस चैंबर बना हरियाणा: 15 जिलों में सांसें हुईं भारी, रोहतक में सबसे खराब हवा ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
Haryana News: हरियाणा में बढ़ता वायु प्रदूषण गंभीर चिंता का विषय बन गया है। राज्य के 15 जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ‘बहुत खराब’ स्तर पर पहुंच गया है। रोहतक की हवा सबसे जहरीली पाई गई जहां AQI 389 तक दर्ज किया गया। प्रदूषित हवा के कारण लोगों को भारीपन, खांसी और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो रही हैं। चिकित्सकों का कहना है कि यह स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो स्वस्थ व्यक्ति भी बीमार पड़ सकता है।
सांस लेना हुआ चुनौती जैसा
सिरसा में राहत की सांस
राज्य में शनिवार का दिन प्रदूषण के लिहाज से बेहद खराब रहा। हरियाणा के प्रमुख शहरों में AQI का स्तर 200 से ऊपर रहा, जबकि रोहतक 389 अंकों के साथ सबसे प्रदूषित शहर बना। इसके विपरीत सिरसा जिले में राहत की हवा मिली जहां AQI केवल 83 रहा। विशेषज्ञों ने बताया कि भिवानी और चरखी दादरी जैसे जिलों में खनन गतिविधियों का असर प्रदूषण बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है। दिल्ली-एनसीआर के निकटवर्ती इलाके भी इस प्रदूषण की चपेट में हैं।
स्वास्थ्य पर पड़ रहा सीधा असर
राज्य के 15 में से छह जिले ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुँच चुके हैं जबकि बाकी नौ जिले ‘खराब’ श्रेणी में हैं। यह स्थिति न केवल सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ा रही है बल्कि दिल और आंखों की समस्याओं में भी इजाफा कर रही है। डॉक्टरों ने साफ चेतावनी दी है कि वर्तमान प्रदूषण स्तर सामान्य व्यक्ति के लिए भी खतरनाक है और लंबे समय तक खुले में रहने से बचना चाहिए।
बुजुर्गों व बच्चों के लिए बड़ा खतरा
हिसार में सुबह से शाम तक घना स्मॉग छाया रहा। लोगों ने बताया कि वे आंखों में जलन, खांसी और गले में खराश जैसी परेशानी महसूस कर रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि स्मॉग में मौजूद प्रदूषण के कण आंखों के कॉर्निया पर जम जाते हैं, जिससे लालिमा और सूजन बढ़ जाती है। अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो आंखों की रोशनी जाने तक की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में विशेषज्ञों ने घर से बाहर निकलते समय N95 मास्क पहनने और आंखों के लिए सुरक्षात्मक चश्मा लगाने की सलाह दी है।
