प्रेम की अंधी दौड़ ने बनाया अपराधी: शादीशुदा प्रेमिका के पति के इलाज के लिए लूटी राजधानी भोपाल की सड़कों पर 30 हजार की रकम
Madhya Pradesh News: भोपाल के हाई सिक्योरिटी जोन राजभवन के पास हुई 24 अक्टूबर की शाम की लूट और फायरिंग की गूंज ने पुलिस को भी हैरान कर दिया। जो मामला सामने आया, वह किसी बॉलीवुड थ्रिलर से कम नहीं। पुलिस ने रविवार को खुलासा करते हुए बताया कि इस लूट की कड़ी एक प्रेम कहानी से जुड़ी है-जहां प्रेमी ने अपनी शादीशुदा प्रेमिका के पति के इलाज के लिए अपराध का रास्ता चुना। इस वारदात के मुख्य आरोपी दीपेंद्र गुर्जर सहित पांच लोगों को पकड़ा गया है, जिनमें एक स्थानीय समाजसेवी भी शामिल हैं।
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प्रेमी ने रचा जोखिम भरा प्लान:
प्रेमिका को संकट में देखकर दीपेंद्र ने अपराध का रास्ता पकड़ लिया। 24 अक्टूबर की शाम वह भोपाल के रोशनपुरा चौराहा स्थित श्याम विजयवर्गीय के कियोस्क पर पहुंचा। उसने मोबाइल के जरिए 30 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवाए। लेकिन जब कियोस्क संचालक ने नकद भुगतान मांगा, तो दीपेंद्र ने लोकेंद्र गुर्जर की लाइसेंसी राइफल से फायरिंग कर दी। गोली संचालक को तो नहीं लगी, मगर दीपेंद्र ने दो हवाई फायर कर भाग निकला। मौके पर अफरातफरी मच गई, और यह पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
फरारी की कहानी: स्टेशन से गांव तक पहुंचा आरोपी
वारदात के बाद दीपेंद्र भोपाल से भागकर मुरैना स्टेशन पहुँचा और फिर अपने गांव सिकरौदा चला गया। उसने घटना की जानकारी अपने दोस्तों रणवीर और देशराज को दी, और बंदूक उन्हें सौंप दी। शहर में चर्चा थी कि दीपेंद्र फरार है, तब पुलिस ने उस पर 30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया। स्पेशल टीम उसकी हर गतिविधि पर नजर रख रही थी। अंततः पुलिस ने मुरैना जिले के दिमनी इलाके से उसे गिरफ्तार कर लिया।
प्रेमिका के खाते में भेजा चोरी का पैसा
जांच में पुलिस को चौंकाने वाला खुलासा मिला। दीपेंद्र ने लूटी गई रकम का पूरा 30 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर अपनी प्रेमिका गुलफशां के बैंक अकाउंट में भेज दिए थे। जब पुलिस ने गुलफशां से पूछताछ की तो उसने स्वीकार किया कि पैसे इलाज के लिए इस्तेमाल किए गए। इस खुलासे के बाद गुलफशां और अन्य तीन आरोपियों रणवीर, देशराज और लोकेंद्र को भी गिरफ्तार किया गया।
कानून का शिकंजा: जेल पहुंचा पूरा गैंग
भोपाल पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वहीं लोकेंद्र गुर्जर के खिलाफ लाइसेंसी हथियार के दुरुपयोग और सुरक्षा में लापरवाही के तहत आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का मानना है कि दीपेंद्र की दुनिया सोशल मीडिया से शुरू हुई और वहीं से उसकी जिंदगी ने अपराध की दिशा पकड़ ली। प्रेम में अंधे युवक की भावनात्मक गलती उसे आज जेल की सलाखों तक ले आई।
