पाकिस्तान की नापाक साजिश: ड्रग तस्करों को बना रहा जासूस, फिरोजपुर में पकड़ा गया गिरोह
Punjab News: पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब वह सीमा पार से न केवल ड्रग तस्करी करवा रहा है, बल्कि इन तस्करों को जासूसी के लिए भी इस्तेमाल कर रहा है। फिरोजपुर जिले के एक निवासी गुरनाम सिंह को हाल ही में हेरोइन की बड़ी खेप के साथ गिरफ्तार किया गया है, जो पहले से ही कई एनडीपीएस मामलों में लिप्त रहा है। जेल में बिताए सालों के दौरान उसने अपराधियों के साथ संपर्क जोड़े और अब पाकिस्तानी आकाओं के इशारे पर भारतीय सेना की संवेदनशील जानकारी इकट्ठा करने लगा। पुलिस ने उसके साथियों समेत उसे धर दबोचा है और उनके मोबाइल फोन फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिए गए हैं। इस मामले में एक आरोपी राजा का पुलिस रिमांड भी बढ़ा दिया गया है, ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सके।
जेल से निकलते ही जासूसी का जाल बिछाना शुरू
पाकिस्तानी आकाओं का लालच और सेना की जानकारी का खेल
पिछले महीने चार सितंबर को जेल से बाहर आने के बाद गुरनाम सिंह ने पाकिस्तानी आकाओं के इशारे पर सेना की महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करने का काम शुरू कर दिया। उसके कहने पर जिला मोगा के जसकरण सिंह ने कपूरथला के राजा को पैसे का लालच देकर इस साजिश में शामिल किया। यह गिरोह सीमा पार से हेरोइन की तस्करी करते हुए भारतीय सेना की गतिविधियों, स्थानों और अन्य गोपनीय जानकारियों को पाकिस्तान पहुंचाने में लगा था। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह पाकिस्तान की एक बड़ी रणनीति का हिस्सा है, जहां ड्रग तस्करों को जासूस बनाकर दोहरी मार की जा रही है - एक तरफ नशे से युवाओं को बर्बाद करना, दूसरी तरफ देश की सुरक्षा को खतरा पहुंचाना।
फोरेंसिक जांच से खुलेगा साजिश का राज
डीएसपी डॉ. शीतल सिंह ने बताया कि गुरनाम सिंह, जसकरण सिंह और राजा से बरामद छह मोबाइल फोन का डेटा निकालने के लिए उन्हें फोरेंसिक लैब भेज दिया गया है। ये मोबाइल जालंधर की लैब में पहुंच चुके हैं। जांच के बाद इनके डेटा की गहन पड़ताल की जाएगी, जिससे पता चलेगा कि ये तीनों कब से पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं और उन्होंने दुश्मन देश को कौन-कौन सी संवेदनशील जानकारी भेजी है। फोरेंसिक रिपोर्ट से न केवल इस गिरोह के अन्य सदस्यों का पता चलेगा, बल्कि सीमा पार के हैंडलर्स की पहचान भी हो सकेगी। पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में डिजिटल फुटप्रिंट्स बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, जो साजिश के पूरे ताने-बाने को उजागर कर सकते हैं।
अदालत में बढ़ा रिमांड
शनिवार को राजा का रिमांड खत्म होने पर उसे थाना कोतवाली की पुलिस ने दोबारा अदालत में पेश किया। पुलिस ने देश की सुरक्षा से जुड़े इस मामले में तीनों आरोपियों को आमने-सामने क्रॉस इंवेस्टीगेशन के लिए दो दिन के अतिरिक्त पुलिस रिमांड की मांग की। न्यायाधीश ने इस मांग को स्वीकार करते हुए राजा का रिमांड दो दिन और बढ़ा दिया। डीएसपी शीतल सिंह के अनुसार, इस अतिरिक्त समय में पुलिस आरोपियों से और अधिक जानकारी निकालेगी, ताकि पाकिस्तान की इस नापाक साजिश का पूरी तरह पर्दाफाश हो सके। यह कदम न केवल इस मामले को मजबूत बनाएगा, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में भी मददगार साबित होगा।
सीमा सुरक्षा और नशे के खिलाफ सख्ती की जरूरत
यह घटना पाकिस्तान की उस रणनीति को उजागर करती है, जहां वह ड्रग तस्करी को जासूसी के हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। फिरोजपुर जैसे बार्डर जिलों में ऐसे गिरोह सक्रिय हैं, जो नशे के जहर से समाज को बर्बाद करने के साथ-साथ देश की सुरक्षा को भी खतरे में डाल रहे हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को अब और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। स्थानीय निवासियों से अपील की जा रही है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत दें। इस मामले की जांच से उम्मीद है कि पाकिस्तान के ऐसे नेटवर्क को पूरी तरह नेस्तनाबूद किया जा सकेगा, और सीमा पार से आने वाली दोहरी चुनौतियों का मुकाबला मजबूती से किया जा सके।
