लखनऊ- पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के 29 से ज्यादा जिलों में चिह्नित कुल 407 विकास कार्यों को पूर्ण किया जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि इस क्रम में कुल 198.93 करोड़ रुपए में से 153.17 करोड़ रुपए की धनराशि को पहली किस्त के तौर पर प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति दे दी गई है। लोक निर्माण विभाग ने इस क्रम में तैयारियां भी शुरू कर दी हैं और सभी लक्षित विकास कार्यों को जल्द पूर्ण करने की कवायद शुरू कर दी गई है। उन्होने बताया कि जिन 29 से ज्यादा जिलों में विकास कार्यों के रूप में संपर्क मार्गों के दुरुस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू की गई है उनमें गोण्डा, बहराइच, सुल्तानपुर, अमेठी, अयोध्या, जौनपुर, बलिया, प्रतापगढ़, मथुरा, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई व वाराणसी प्रमुख हैं।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रदेश के जिन जिलों में संपर्क मार्गों के निर्माण, मरम्मत व दुरुस्तीकरण के कार्यों को पूर्ण किया जाना है उनमें जौनपुर प्रमुख है। जौनपुर के शाहगंज, मुंगराबादशाहपुर, मछलीशहर व मल्हनी में संपर्क मार्गों के दुरुस्तीकरण की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। वहीं, गाजीपुर के जखनियां तथा चंदौली के मुगलसराय व सकलडीहा में निर्माण कार्यों को पूर्ण किया जाएगा। इसी प्रकार, श्रावस्ती व बलरामपुर में भी संपर्क मार्गों से संबंधित विभिन्न निर्माण व मरम्मत कार्यों को पूर्ण किया जाएगा।
इसी प्रकार, प्रतापगढ़ के विश्वनाथगंज व कुण्डा, सुल्तानपुर के इसौली, बाराबंकी के हैदरगढ़, फतेहपुर में खागा व हुसैनपुर तथा प्रयागराज के करछना, हण्डिया, सोरांव व फूलपुर जैसे इलाकों में भी संपर्क मार्गों के निर्माण व मरम्मत कार्यों को सुनिश्चित किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा चिह्नित सभी निर्माण कार्यों को उत्तर प्रदेश शासन की रूल बुक के अनुसार पूर्ण किया जाएगा। प्रमुख अभियंता (विकास) इन निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करेंगे। इन निर्माण कार्यों को वित्तीय वर्ष 2023-24 में पूर्ण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि माना जा रहा है कि इन सभी कार्यों को निर्धारित अवधि से पहले ही पूरा कर लिया जाएगा।