नई दिल्ली। राजस्थान के कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की पोल खुलती नजर आ रही है। छह दिन तक भाजपा नेतृत्व राजस्थान का मुख्यमंत्री तय नहीं कर पाता है और भाजपा नेता कहते हैं पार्टी में अनुशासन है। गहलोत शनिवार को नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने प्रदेश में सीएम चयन में हो रही देरी पर तंज कसते हुए कहा कि आप अब तक सीएम नहीं चुन पाए हो जबकि अगर कांग्रेस पांच-छह दिन मुख्यमंत्री का फैसला नहीं करती तो पता नहीं आप क्या-क्या चिल्लाते कि आपस में फूट है, झगड़ा है। अब आप इनको पूछो क्या है? आपके पास क्या है? आज छह दिन हो गए हैं, मुख्यमंत्री का फैसला नहीं हुआ। गहलोत ने कहा कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या हुई। एनआईए जांच के लिए केंद्र सरकार को मुझे लिखकर भेजना पड़ा। एनआईए जांच का लेटर मेरे साइन से गया है कि इस मर्डर की जांच एनआईए से होनी चाहिए, हमें ऑब्जेक्शन नहीं है जबकि यह काम नए मुख्यमंत्री का था। राज्यपाल ने मुझे कार्यवाहक सीएम बना रखा है,जब तक नया सीएम शपथ नहीं ले, मुझे कार्रवाई करनी पड़ती है। मैं चाहता हूं जल्दी इसका फैसला हो।
विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार पर गहलोत ने कहा कि भाजपा के पास कोई इश्यू नहीं था, इन्होंने धार्मिक तनाव बढ़ाने वाले भाषण दिए। चुनाव का ध्रुवीकरण कर दिया। राष्ट्रीयता, ध्रुवीकरण, हिंदू-मुस्लिम तो फिर आप देख सकते हो क्या होता है? वही हुआ हमने कहा था, जनता माई बाप होती है, वो जो फैसला करेगी, उसे विनम्रता से स्वीकार करेंगे।
उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि चुनाव स्थानीय मुद्दों पर हो। भाजपा नेता हमारे पांच साल के कार्यकाल पर बात करते, उसकी कमियां बताते लेकिन चुनाव को धर्म के नाम पर ले गए। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री किसी ने भी हमारे कामकाज की चर्चा नहीं की, इसका मुझे दुख है। कन्हैयालाल मर्डर पर झूठ फैलाया गया कि केवल पांच लाख दिए गए, जबकि कन्हैयालाल के परिजनों को पचास लाख मिले थे। भाजपा ने पब्लिक में भर दिया है कि उसको बहुत कम पैसा मिला। इतनी बड़ी घटना हुई, यह नहीं कहा कि एनआईए जांच का फैसला उसी रात कर दिया था। गहलोत ने कहा कि कन्हैयालाल मर्डर की जांच एनआईए से करवाने का फैसला उसी रात कर लिया था। अभी तक उसकी जांच पूरी नहीं की है। हमारे पास केस होता तो हो सकता है, अब तक आरोपितों को सजा हो जाती। इन्होंने कुछ नहीं किया।
गहलोत ने कहा कि चुनाव के दौरान इनके पास कोई मुद्दा नहीं था, केवल भड़काने का काम किया। ये लोकतंत्र की हत्या करने वाले लोग हैं। संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स महकमों का दुरुपयोग कर रहे हैं। चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के घर घुस गए। वैभव गहलोत को नोटिस दे दिया, बुला लिया। ये डिस्टर्ब करना जानते हैं। पूरे देश के अंदर बहुत खतरनाक खेल चल रहा है, जनता आज नहीं तो कल जवाब देगी।