हिसार। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने सरकार एवं विभागीय उच्चाधिकारियों पर वादाखिलाफी करने व विभाग में कार्यरत ग्रुप डी के कर्मचारियों से अन्याय करने का आरोप लगाया है। सांझा मोर्चा ने चेताया है कि यदि विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ कई मांगों पर सहमति हुई थी लेकिन किसी भी मांग को पूरा नहीं किया गया, जिससे कर्मचारियों में रोष है।
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के हिसार डिपो पदाधिकारियों ने शनिवार को कहा कि विभाग के उच्चाधिकारी कर्मचारी वर्ग को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि परिवहन मंत्री की अध्यक्षता में हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल की बैठक पिछले वर्ष 11 जनवरी, 10 मार्च, 23 जून व 13 दिसम्बर को हो चुकी है जिसमें कई मांगों पर सहमति बनी थी लेकिन किसी भी मांग को अभी तक पूरा नहीं किया गया है।
सांझा मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य राजबीर दुहन एवं राजकुमार चौहान ने बताया कि राज्य स्तरीय सांझा मोर्चा द्वारा परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों को उपरोक्त बैठकों में बताया गया कि ग्रुप डी के कर्मचारी अभी कर्मशाला के कार्य में निपुण हो चुके हैं जिससे गाड़ियों की ब्रेकडाउन की समस्या भी बहुत कम हो गई है। कर्मशाला में लंबे समय से कोई भर्ती न होने के कारण अभी सारी बागडोर ग्रुप डी के कर्मचारियों ने संभाल रखी है, ऐसे में उन्हें परिवहन विभाग में समायोजित करके 1995 के ट्रांसपोर्ट नियमों के अनुसार प्रमोशन दें, ताकि राज्य परिवहन की छवि को आगे भी सम्मान से देखा जाए।
इसके लिए परिवहन विभाग के उच्चाधिकारियों ने सहमति जताई थी और सांझा मोर्चा को आश्वासन दिया था कि जल्दी से जल्दी ग्रुप डी के कर्मचारियों को विभागीय नियमों के अनुसार पदोन्नति दी जाएगी लेकिन हरियाणा सरकार एवं परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा ग्रुप डी के कर्मचारियों का अन्य विभागों में स्थानांतरण करके कर्मचारियों की पीठ में छुरा घोंपा है, जो निंदनीय है।