सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स (एनएसडब्ल्यू) राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मध्य सिडनी में लीजियोनेयर्स रोग को लेकर पब्लिक हेल्थ अलर्ट जारी किया है। एनएसडब्ल्यू स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि लीजियोनेयर्स रोग के कंफर्म मामलों वाले पांच लोग अपने एक्सपोजर पीरियड (संपर्क अवधि) के दौरान सिडनी के सीडीबी में गए थे। सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट ने जारी अलर्ट के हवाले से कहा है कि 30 मार्च से 4 अप्रैल के बीच ये पांचों मध्य सिडनी में थे और इसी दौरान इसी दौरान इनमें रोग से जुड़े लक्षण देखे गए। इसमें कहा गया है कि संक्रमण के “किसी एक स्रोत” की पहचान नहीं की गई है, और यह संभव है कि मामले “असंबंधित” हों, लेकिन संभावित स्रोत क्षेत्र की जांच चल रही है। लीजियोनेयर्स रोग निमोनिया का एक रूप है जो लीजियोनेला बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण होता है। यह मीठे पानी में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है।
लक्षण आमतौर पर 2-10 दिनों के बीच विकसित होते हैं और शुरुआत में सिरदर्द, बुखार और हल्की खांसी शामिल हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, बीमारी से मृत्यु दर आमतौर पर 5-10 प्रतिशत की सीमा के भीतर होती है, लेकिन अनुपचारित प्रतिरक्षा-दबाव वाले रोगियों (जिन मरीजों की इम्युनिटी कम है और जिनका इलाज नहीं हुआ है) के लिए यह 80 प्रतिशत तक हो सकती है। एनएसडब्ल्यू हेल्थ ने कहा कि बैक्टीरिया एयर कंडीशनिंग कूलिंग टावर्स, स्पा, शॉवर हेड्स और पानी के अन्य निकायों को दूषित कर सकता है। इसमें कहा गया है, “बाहर घूमने वाले या गाड़ी से गुजरने वाले लोग अगर एरोसोलयुक्त दूषित पानी में सांस लेते हैं, तो वे इसके संपर्क में आ सकते हैं।” इसने एनएसडब्ल्यू के चिकित्सकों को सलाह दी कि वे लगातार लक्षण दिखाने वाले रोगियों, खासकर उन लोगों के लिए लीजियोनेयर्स रोग को निदान के रूप में लें, जो लक्षण विकसित होने से 10 दिन पहले सिडनी सीडीबी की यात्रा करते हैं।