नोएडा। चंद पैसों के लालच में मुनाफाखोर लोगों की जान से खिलवाड़ करने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं। ग्रेटर नोएडा के दादरी क्षेत्र में कुछ लोग नामी ब्रांड टाटा के नाम से गोरखधंधा चलाकर लोगों की जान से खिलवाड़ करते हुए मोटा मुनाफा कमा रहे थे। इसकी भनक टाटा कंपनी के अधिकारियों को लगी कि थाना दादरी क्षेत्र में टाटा कंपनी के नाम से नकली नमक और चाय बेची जा रही है। कंपनी के अधिकारी की शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने दुकान से भारी मात्रा में नकली नमक और चाय के पाउच बरामद किया है। आरोपी ने अब तक कई कुंतल टाटा कंपनी के नाम पर नमक और चाय को बेच चुका है।
थाना दादरी के प्रभारी सुजीत उपाध्याय ने बताया कि लवप्रीत सिंह ने थाना दादरी पुलिस को सूचना दी की वह टाटा कंपनी के नकली नमक और चाय बेचने वालों के खिलाफ जांच करने के लिए अधिकृत हैं। पीड़ित ने थाना प्रभारी को सूचना दी की दादरी में कुछ दुकानदार उनकी कंपनी के नाम से नकली नमक और चाय बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर पुलिस ने एक टीम बनाकर नाइस पब्लिक स्कूल रेलवे रोड दादरी में स्थित हरिओम शर्मा की दुकान पर छापेमारी की। दुकान से भारी मात्रा में टाटा कंपनी के नकली नमक बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि दुकान से टाटा टी प्रीमियम के नकली पाऊच भी बरामद हुआ है। थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। दुकानदार को हिरासत में लिया गया है।
लवप्रीत सिंह ने बताया कि मार्केट में नकली और असली टाटा नमक की पहचान कोई भी व्यक्ति आसानी से कर सकता है। उन्होंने बताया कि असली टाटा नमक का रेपर नकली नमक के रेपर से पतला रहता है। असली नमक का पैकेट बिल्कुल सफेद रंग का होगा, जबकि नकली नमक हल्का पीला रंग में दिखेगा। इसके साथ ही असली नमक छूने में पतला और नकली नमक, असली नमक से मोटा होगा। असली नमक की पहचान पैकेट पर दिए बार कोड से भी पता कर सकते है। वहीं असली टाटा चाय पत्ती के बारे में उन्होंने बताया कि असली टाटा चाय की पैकिंग के बाहर बीच की लाइन सिल्वर दिखेगी और नकली पैकिंग में हरे रंग की लाइन में दिखेगी। इसके अलावा असली पैकेट पर दिए टाटा कंपनी के बार कोड के जरिए भी ग्राहक पहचान कर सकते हैं।