नई दिल्ली| कांग्रेस को झटका देते हुए उसके बिहार में सहयोगी जदयू ने कहा कि वह 30 जनवरी को श्रीनगर में भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में शामिल नहीं हो सकेगा, क्योंकि यह नागालैंड में 27 फरवरी को होने वाले चुनाव को लेकर पहले से व्यस्त है, लेकिन समारोह की सफलता की कामना की। कांग्रेस ने एकजुटता दिखाने के लिए समापन समारोह में 24 विपक्षी दलों को आमंत्रित किया था।
जनता दल-युनाइटेड के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने अपने कांग्रेसी समकक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे एक पत्र में लिखा है : “मैं ऐसे ऐतिहासिक आयोजन में उपस्थित होना चाहूंगा, लेकिन मुझे ऐसा करने में अपनी असमर्थता पर खेद है, क्योंकि मुझे उसी दिन नागालैंड के वोखा में पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत के मौके पर मौजूद रहना है।”
हालांकि, उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा ने लोगों के मूड और चिंताओं का अध्ययन करने और महसूस करने का अवसर भी दिया है और यह 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए संयुक्त रणनीति तैयार करने में हमारी मदद के लिए एक लंबा रास्ता तय करेगी।
उन्होंने कहा, “इसमें कोई दो राय नहीं है कि देश में लोकतांत्रिक मूल्यों का ह्रास हो रहा है और जिन संवैधानिक संस्थाओं से अनियंत्रित कार्यकारी शक्ति पर नियंत्रण और संतुलन सुनिश्चित करने की अपेक्षा की जाती है, उन्हें व्यवस्थित रूप से नष्ट किया जा रहा है। जिस गति से देश में चुनावी लोकतंत्र तेजी से चुनावी निरंकुशता में बदल रहा है, बहुत भयावह है।”
ललन सिंह ने कहा कि एकजुट विपक्ष समय की मांग है और वह उम्मीद करते हैं कि कांग्रेस इस दिशा में उचित कदम उठाएगी।