नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 21 दिनों की अंतरिम जमानत मिली हुई है। उन्हें अब दो जून को कोर्ट में सरेंडर करना है। हालांकि, उन्होंने अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ाए जाने की मांग की थी, जिसे स्वीकार नहीं किया गया।जेल जाने से पहले उन्होंने दिल्ली की जनता के नाम एक संदेश दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “माननीय न्यायालय ने मुझे चुनाव प्रचार के लिए 21 दिनों की मोहलत दी थी। कल 21 दिन पूरे हो रहे हैं। परसो मुझे सरेंडर करना है। परसो, मैं वापस तिहाड़ जेल चला जाऊंगा। मुझे नहीं पता कि ये लोग इस बार मुझे कब तक जेल में रखेंगे, लेकिन मेरे हौसले बुलंद हैं। देश को तानाशाह से बचाने के लिए जेल जा रहा हूं। जिस पर मुझे फक्र है। हालांकि, इन्होंने कई बार मेरे हौसले तोड़ने की कोशिश की। मुझे झुकाने की कोशिश की, लेकिन ये सफल नहीं हुए।“
उन्होंने आगे कहा, “जब मैं जेल में था, तो इन्होंने कई तरह से मुझे प्रताड़ित किया। इन्होंने मेरी दवाइयां रोक दीं। मैं पिछले 20 साल से सीरियस डायबिटीज यानी शुगर का मरीज हूं। पिछले दस साल से मुझे इंसुलिन के इंजेक्शन लगते हैं। रोज मेरे पेट में चार बार इंजेक्शन लगते हैं। जेल में उन्होंने कई बार मेरे इंसुलिन के इंजेक्शन बंद कर दिए। मेरा शुगर लेवल सवा दो सौ तक पहुंच गया। इतने दिनों तक अगर शुगर हाई रहे, तो लीवर और किडनी खराब हो जाते हैं। पता नहीं, ये लोग, क्या चाहते हैं। इन्होंने ऐसा क्यों किया। जेल में मैं 50 दिनों तक था। 50 दिनों में मेरा छह किलो वजन कम हो गया। जब जेल गया, तो मेरा वजन 70 किलो था और आज मेरा वजन 64 किलो है।“
केजरीवाल ने आगे कहा, “अब जेल से छूटने के बाद भी वजन नहीं बढ़ रहा। डॉक्टर कह रहे हैं कि यह शरीर में किसी बड़ी बीमारी का भी संकेत हो सकता है। मुझे कई टेस्ट कराने की जरूरत है। परसो, मैं सरेंडर करूंगा। सरेंडर करने के लिए लगभग दोपहर तीन बजे कल मैं अपने घर से निकलूंगा। हो सकता है कि ये लोग इस बार मुझे और ज्यादा प्रताड़ित करें, लेकिन मैं झुकूंगा नहीं। आप अपना ख्याल रखना। मुझे जेल में आपकी बहुत चिंता होती है। आप खुश रहेंगे तो आपका केजरीवाल भी खुश रहेगा। मैं बेशक आपके बीच नहीं रहूंगा, लेकिन आप चिंता मत करना, आपके सारे काम होते रहेंगे। मैं चाहे जहां रहूं, दिल्ली रहूं या बाहर रहूं, लेकिन दिल्ली के काम नहीं रुकने दूंगा। आपकी फ्री बिजली, मोहल्ला क्लीनिक, महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा, चौबीस घंटे बिजली और भी सारे काम चलते रहेंगे और जब मैं जेल से आऊंगा, तो हर मां-बहन को प्रतिमाह हजार रुपए देने के काम की भी शुरुआत होगी।“
उन्होंने कहा, “मैंने हमेशा आपके परिवार का बेटा बन कर अपना फर्ज निभाया है, लेकिन आज मैं अपने परिवार के लिए आपसे कुछ मांगना चाहता हूं। मेरे माता-पिता बहुत बुजुर्ग हैं। मेरी मां बहुत बीमार रहती है। मुझे उनकी बहुत चिंता रहती है। मेरे पीछे मेरे माता-पिता का ख्याल रखना। उनके लिए दुआ करना, भगवान से प्रार्थना करना, दुआओं में बहुत ताकत होती है,आप मेरी मां के लिए प्रार्थना करेंगे, तो वो जरूर स्वस्थ रहेंगी। मेरी पत्नी सुनीता बहुत मजबूत हैं।
उन्होंने जिंदगी के हर मोड़ पर मेरा साथ दिया है, जब मुश्किल वक्त आता है, तो पूरा परिवार एकजुट हो जाता है। आप सब ने मुश्किल वक्त में मेरा बहुत साथ दिया। हम सब मिलकर तानाशाही से लड़ रहे हैं। देश को बचाने के लिए अगर मुझे कुछ हो जाए, मेरे प्राण भी चले जाएं, तो गम मत करना। आपकी प्रार्थनाओं की वजह से ही मैं जिंदा हूं और आगे भी आपकी प्रार्थना ही मेरी सहायता करेगा। भगवान ने चाहा तो आपका यह बेटा जल्द ही वापस आएगा।“