नयी दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु रविवार शाम को भारत की एक्ट ईस्ट नीति को बढ़ावा देते हुए फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते के राजकीय दौरे पर रवाना हुईं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “भारत की एक्ट ईस्ट नीति को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते की यात्रा पर रवाना हुईं।”
राष्ट्रपति भवन ने एक पोस्ट में कहा, “पहले चरण में राष्ट्रपति फिजी की राजकीय यात्रा करेंगी। यह यात्रा दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और गति प्रदान करेगी।” वहीं एक अन्य पोस्ट में राष्ट्रपति भवन ने कहा, “राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते की अपनी राजकीय यात्रा के लिए रवाना हुईं। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की फिजी और तिमोर-लेस्ते की पहली यात्रा होगी।”
श्रीमती मुर्मु 5-6 अगस्त को फिजी के राष्ट्रपति रातू विलियम मैवलिली काटोनीवरे के निमंत्रण पर फिजी की यात्रा पर रहेंगी। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की फिजी की पहली यात्रा है। श्रीमती मुर्मु राष्ट्रपति काटोनीवरे और फिजी के प्रधानमंत्री सीटिवेनी राबुका के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगी। वह फिजी की संसद को भी संबोधित करेंगी और फिजी में भारतीय प्रवासियों से बातचीत करेंगी।
एक बयान में कहा गया है कि यह यात्रा फिजी के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए भारत की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है। श्रीमती मुर्मु अपनी यात्रा के दूसरे चरण में गवर्नर जनरल डेम सिंडी कीरो के निमंत्रण पर 7-9 अगस्त तक न्यूजीलैंड के दौरे पर रहेंगी। इस दौरान वह श्री कीरो के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगी और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन से भी मिलेंगी। श्रीमती मुर्मु एक शिक्षा सम्मेलन को संबोधित करेंगी और भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत करेंगी। यह यात्रा भारत-न्यूजीलैंड द्विपक्षीय संबंधों को और गति प्रदान करेगी। श्रीमती मुर्मु 10 अगस्त को राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता के निमंत्रण पर तिमोर-लेस्ते के दौरे पर जाएंगी। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की तिमोर-लेस्ते की पहली यात्रा होगी। यात्रा के दौरान श्रीमती मुर्मु राष्ट्रपति होर्ता के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगी। वहां के प्रधानमंत्री के राला “ज़ानाना” गुस्माओ श्रीमती मुर्मु से मुलाकात करेंगे।
इसके अलावा, राष्ट्रपति मुर्मु भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगी। बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति की फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते की राजकीय यात्रा इस बात को रेखांकित करती है कि भारत इन देशों के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों को कितना महत्व देता है। यह एक्ट ईस्ट नीति पर हमारे मजबूत फोकस को दर्शाता है, जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री मोदी ने दस साल पहले 2014 में 9वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में की थी।