मुज़फ्फरनगर में लोक अदालत में बना रिकॉर्ड, 2 लाख 16 हजार 599 मामलों का किया गया निस्तारण

मुजफ्फरनगर। जनपद में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस लोक अदालत में ज़िले में एक नया रिकॉर्ड बनाया गया जिसमे दो लाख से ज़्यादा मुकदमों का निस्तारण किया गया।
लोक अदालत का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश चवन प्रकाश द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। जनपद न्यायाधीश द्वारा अपने सम्बोधन में राष्ट्रीय लोक अदालत की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए यह कहा गया कि लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य वादकारियों को सरल, सुलभ एवं त्वरित न्याय प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि वादकारी आपसी समझौते के आधार पर वाद का निस्तारण करते हैं, तो उनके मध्य आपसी सौहार्द बना रहता है एवं उनके अमूल्य समय की बचत भी होती है।
लोक अदालत के नोडल अधिकारी अपर जिला जज शक्ति सिंह द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि न्याय सबके लिए की परिकल्पना को चरितार्थ करने हेतु राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। उनके द्वारा यह कहा गया कि लोक अदालत विवादों को समझौते के माध्यम से निपटाने का एक महत्वपूर्ण मंच है तथा त्वरित न्याय प्राप्त करने का एक अत्यन्त महत्वपूर्ण साधन है। यह भी बताया गया कि इस बार लोक अदालत को सफल बनाने हेतु जनपद मुजफ्फरनगर में हजारों लोगों की आबादी से संवाद कायम किया गया एवं उन्हें लोक अदालत के माध्यम से होने वाले लाभों के सम्बन्ध में जागरूक किया गया। बड़ी संख्या में लोक अदालत में वर्षों पुराने मामले निस्तारित हुए, जिसमें कुछ प्रकरण लगभग 10 वर्ष पुराने हैं।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मुजफ्फरनगर के प्रभारी सचिव मयंक जायसवाल ने बताया कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 2 लाख 16 हजार 599 मामलों का निस्तारण किया गया। जनपद न्यायाधीश चवन प्रकाश द्वारा स्वयं न्यायालय में लम्बित 8 मामलों का निस्तारण किया गया। प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय पंकज अग्रवाल की अध्यक्षता में सभी पारिवारिक न्यायालयों द्वारा 63 प्रकरण निस्तारित किये गये। 26,50,000 / - रूपये समझौता धनराशी के रूप में दिलाऐ गये। परिवार न्यायालय से 21 युगल साथ-साथ रहने पर सहमति के आधार पर न्यायालय से विदा किये गये। पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, मलखान सिंह द्वारा कुल 123 मामलों का निस्तारण कर 2,06,2500 / - की धनराशि प्रतिकर के रूप में दिलायी गयी।
जिला अधिकारी चन्द्र भूषण सिंह के नेतृत्व में राजस्व अधिकारियों द्वारा 19257 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों, भारत संचार निगम लिमिटेड आदि के द्वारा सक्रिय सहभागिता की गयी। भारत संचार निगम लिमिटेड के द्वारा 53 मामलों का समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया तथा बैंकों के द्वारा 1180 बैंक ऋण मामले निस्तारण कराकर कुल धनराशी 10 करोड़ 69 लाख 31 हजार रूपये की धनराशि का सेटलमेंट किया गया। लोक अदालत में आने वाले समस्त वादकारियों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं कोविड वैक्सीनेशन के साथ ही भोजन की व्यवस्था भी लोक अदालत में की गयी। कई दिव्यांगजनों को स्वचालित व्हीलचेयर भी प्रदान की गयी।
इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय पंकज अग्रवाल, अपर जिला जज प्रथम जय सिंह पुंण्डीर, अपर जिला जज एवं नोडल अधिकारी, लोक अदालत, शक्ति सिंह, पंजाब नेशनल बैंक के सर्किल हैड विशाल अग्रवाल, भारतीय स्टेट बैंक के आर.एम. दिग्विजय शर्मा, जिला बार के अध्यक्ष मौ. वसी अन्सारी , सिविल बार के अध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा एवं महासचिव सुनील कुमार मित्तल सहित समस्त न्यायिक अधिकारी एवं समस्त बैंको के अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन नोडल अधिकारी/अपर जिला जज शक्ति सिंह के द्वारा किया गया। प्रभारी सचिव मयंक जायसवाल द्वारा सभी अधिकारियों का उनके लोक अदालत में योगदान हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर आम जन की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए पेयजल हेतु एक नवीन वाटर कूलर भी जनता को समर्पित किया गया।