''कदम बढ़ाओ स्तनपान की ओर, शिक्षित करें और सहयोग करें''
Fri, 5 Aug 2022

मुजफ्फरनगर। जनपद में स्तनपान को प्रोत्साहन देने के लिए व प्रसूताओ को नवजात बच्चों को प्रथम आहार के रूप में मां के दूध के लिए प्रेरित करने के लिए ''कदम बढ़ाओ स्तनपान की ओर, शिक्षित करें और सहयोग करें'' थीम पर स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। एक अगस्त से शुरू हुआ यह अभियान सात अगस्त तक चलेगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश गौड़ ने बताया - स्तनपान सप्ताह मनाने का उद्देश्य महिलाओं को स्तनपान व कार्य को दृढ़तापूर्वक एक साथ करने का समर्थन देना है। साथ ही इसका यह उद्देश्य है कि कामकाजी महिलाओं को उनके स्तनपान संबंधी अधिकार के प्रति जागरूक किया जाए। यह सप्ताह केवल घरों में ही नहीं कामकाज के स्थानों व कार्यालयों में भी इस प्रकार का माहौल बनाने पर बल देता है, जिससे स्तनपान कराने वाली महिलाओं को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो।
उन्होंने बताया जनपद में स्तनपान सप्ताह के दौरान स्तनपान को प्रोत्साहन देने के लिए जागरूकता परक गतिविधियों का आयोजन कर मां का दूध ही शिशु के लिए सर्वोत्तम आहार का संदेश प्रचारित किया जा रहा है। इसके अलावा जनपद के समस्त सीडीपीओ और प्रभारी को निर्देश दिए गए हैं कि ''कदम बढ़ाओ स्तनपान की ओर, शिक्षित करें और सहयोग करें'' थीम पर स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया जाए। इसके अलावा आगंनबाड़ी कार्यकर्ता गर्भावस्था के तीसरे माह से बच्चे के जन्म से दो साल तक मां तथा परिवार के संपर्क में रहे, जिससे छह माह तक शिशु को केवल मां का दूध प्राप्त हो तथा आवश्यकता पड़ने पर सुलभ सहयोग मिल सके।
उन्होंने कहा- स्तनपान के बारे में आज भी काफी संख्या में माताओं में पर्याप्त जानकारी का अभाव देखा गया है। इस कारण बच्चों को पर्याप्त मात्रा में मां का दूध नहीं मिल पाता है। इससे बच्चों में कई प्रकार की समस्याएं विशेष रूप से कुपोषण जैसी घातक परेशानियां देखने को मिलती हैं, जिन्हें स्तनपान को बढ़ावा देकर ही रोका जा सकता है। मां का दूध शिशुओं का सर्वोत्तम एवं सम्पूर्ण आहार है, जिसका कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है। इससे बच्चे एवं मां में भावनात्मक जुड़ाव पैदा होता है और बच्चे का सर्वांगीण विकास होता है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश गौड़ ने बताया - स्तनपान सप्ताह मनाने का उद्देश्य महिलाओं को स्तनपान व कार्य को दृढ़तापूर्वक एक साथ करने का समर्थन देना है। साथ ही इसका यह उद्देश्य है कि कामकाजी महिलाओं को उनके स्तनपान संबंधी अधिकार के प्रति जागरूक किया जाए। यह सप्ताह केवल घरों में ही नहीं कामकाज के स्थानों व कार्यालयों में भी इस प्रकार का माहौल बनाने पर बल देता है, जिससे स्तनपान कराने वाली महिलाओं को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो।
उन्होंने बताया जनपद में स्तनपान सप्ताह के दौरान स्तनपान को प्रोत्साहन देने के लिए जागरूकता परक गतिविधियों का आयोजन कर मां का दूध ही शिशु के लिए सर्वोत्तम आहार का संदेश प्रचारित किया जा रहा है। इसके अलावा जनपद के समस्त सीडीपीओ और प्रभारी को निर्देश दिए गए हैं कि ''कदम बढ़ाओ स्तनपान की ओर, शिक्षित करें और सहयोग करें'' थीम पर स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया जाए। इसके अलावा आगंनबाड़ी कार्यकर्ता गर्भावस्था के तीसरे माह से बच्चे के जन्म से दो साल तक मां तथा परिवार के संपर्क में रहे, जिससे छह माह तक शिशु को केवल मां का दूध प्राप्त हो तथा आवश्यकता पड़ने पर सुलभ सहयोग मिल सके।
उन्होंने कहा- स्तनपान के बारे में आज भी काफी संख्या में माताओं में पर्याप्त जानकारी का अभाव देखा गया है। इस कारण बच्चों को पर्याप्त मात्रा में मां का दूध नहीं मिल पाता है। इससे बच्चों में कई प्रकार की समस्याएं विशेष रूप से कुपोषण जैसी घातक परेशानियां देखने को मिलती हैं, जिन्हें स्तनपान को बढ़ावा देकर ही रोका जा सकता है। मां का दूध शिशुओं का सर्वोत्तम एवं सम्पूर्ण आहार है, जिसका कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है। इससे बच्चे एवं मां में भावनात्मक जुड़ाव पैदा होता है और बच्चे का सर्वांगीण विकास होता है।