नई दिल्ली। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के आक्रामक मिडफील्डर सिमरनजीत सिंह ने अगस्त 2021 में टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक मैच में जर्मनी के खिलाफ दो गोल कर भारतीय टीम को 5-4 से मिली जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और सबसे बड़े मंच पर अपनी ताकत साबित की। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने 41 साल बाद पुरुष हॉकी में ओलिंपिक खेलों में कोई पदक जीता।
हालांकि इसके बाद सिमरनजीत के लिए जीवन पहले जैसा नहीं था क्योंकि उन्हें कई चोटें लगी और वह जकार्ता में हीरो एशिया कप और एफआईएच ओडिशा हॉकी मेन्स वर्ल्ड कप 2023 भुवनेश्वर-राउरकेला सहित कुछ प्रमुख टूर्नामेंटों में हिस्सा नहीं ले सके। हालांकि वह एशिया कप में टीम का हिस्सा थे लेकिन चोट के कारण पाकिस्तान के खिलाफ पहला मैच खेलने के बाद बीच में ही स्वदेश लौट आए।
हालाँकि, 26 वर्षीय सिमरनजीत ने अपनी वापसी की दिशा में अपना पहला कदम उठा लिया है क्योंकि उन्हें हॉकी इंडिया नेशनल कोचिंग कैंप के लिए 39-सदस्यीय भारतीय पुरुष कोर ग्रुप में नामित किया गया था, जो 1 अप्रैल को साई बेंगलुरु में शुरू हुआ था।
टीम की यूरोप यात्रा से पहले 21 मई को शिविर का समापन होगा, जहां वे एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2022-2023 के शेष सत्र में बेल्जियम, ग्रेट ब्रिटेन, नीदरलैंड और अर्जेंटीना से भिड़ेंगे।
सिमरनजीत ने कहा, “काफी समय तक चोटों से जूझने के बाद नेशनल कोचिंग कैंप में वापसी कर मैं बहुत खुश हूं।”
सिमरनजीत ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने मुश्किल दौर से निकलने और वापसी करने के लिए ब्राजील के ऐस नेमार जूनियर से प्रेरणा ली।
उन्होंने कहा, “खेल में खिलाड़ियों को किसी भी समय चोट लग सकती है लेकिन यह उन पर निर्भर करता है कि वे इससे कैसे निपटते हैं और वापसी करते हैं। मेरे लिए, नेमार ने एक प्रेरणा के रूप में काम किया क्योंकि कई बार चोटिल होने के बावजूद, ब्राजील के फुटबॉलर ने हमेशा मजबूत वापसी की है। इसी तरह, मैंने भी पूरी फिटनेस हासिल करने पर ध्यान केंद्रित किया, वापसी करने के लिए सभी जरूरी चीजें कीं और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मैंने कभी हार नहीं मानी।”
2016 में भारत की जूनियर विश्व कप जीत में अहम भूमिका निभाने वाले सिमरनजीत ने अपने तात्कालिक लक्ष्य के बारे में बात करते हुए कहा, “मैं एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2022-2023 के बचे हुए सीजन के लिए टीम में चयनित होना चाहता हूं। इसके अलावा, मैं हांग्जो एशियाई खेलों के लिए टीम में जगह बनाने पर ध्यान केंद्रित करूंगा, जो इस साल के अंत में खेला जाएगा। यह टूर्नामेंट हमारे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए सीधे क्वालीफाई करने का मौका देगा और एशिया में अपना दबदबा भी कायम करेगा।”