भुवनेश्वर। बीजू जनता दल (बीजद) विधायकों ने ओडिशा में पंचायती राज दिवस की तारीख 5 मार्च से बदलकर 24 अप्रैल करने के राज्य सरकार के फैसले का शुक्रवार को विरोध किया। बीजद विधायकों ने शुक्रवार को राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति को ज्ञापन सौंपकर 5 मार्च को पंचायती राज दिवस मनाने की परंपरा को फिर बहाल करने की मांग की।
ज्ञापन में पंचायती राज दिवस समारोह की तारीख बदलने संबंधी ओडिशा सरकार की अधिसूचना वापस लेने की मांग की गई है। इसमें राज्य की भाजपा सरकार के 3 मार्च के फैसले को रद्द करने की मांग की गई, जिसमें पंचायती राज दिवस मनाने की परंपरा को 5 मार्च से बदलकर 24 अप्रैल करने का फैसला किया गया था। बीजद विधायकों ने कहा कि 5 मार्च को पंचायती राज दिवस मनाने का फैसला 1993 में कैबिनेट ने लिया था, जिसे कार्यकारी आदेश के जरिए पलटा नहीं जा सकता।
बीजद ने ओडिशा में पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत करने में बीजू पटनायक के योगदान को रेखांकित करते हुए इस बात पर जोर दिया कि उनकी जयंती को पंचायती राज दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए। इससे पहले, मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने एक बयान में कहा था कि ओडिशा में हर साल 5 मार्च को ‘पंचायती राज दिवस’ के रूप में मनाया जाता है, लेकिन इस बार यह दिवस राष्ट्रीय तर्ज पर 24 अप्रैल को मनाया जाएगा। ओडिशा में 1990 के दशक से बीजू पटनायक के जन्मदिन के अवसर पर 5 मार्च को ‘पंचायती राज दिवस’ मनाया जाता रहा है, जबकि देश भर में यह 24 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न राज्यों के पंचायत प्रतिनिधियों को राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।