नई दिल्ली। झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद तमाम सियासी दलों के नेताओं की ओर से जीत के दावे किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सीपीआई महासचिव डी राजा ने कहा कि झारखंड में हम बीजेपी और उसके सहयोगियों को हराना चाहते हैं। यहां इंडिया गठबंधन की जीत होगी। सीट बंटवारे को लेकर फार्मूला बनना चाहिए।
मैं कांग्रेस और जेएमएम से अपील करता हूं कि सीट शेयरिंग अकोमोडेटिव हो। सभी सेक्युलर डेमोक्रेटिक पार्टियों को इसमें जगह मिलनी चाहिए। सीट शेयरिंग के संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से हम बात करेंगे और मैने उनको अपना संदेश भिजवा दिया है। वह कभी भी मुझे वार्ता के लिए बुला सकते हैं। मैं उपलब्ध रहूंगा। उन्होंने कहा कि अगर सीट बंटवारे का फार्मूला सम्मानजनक नहीं हुआ, तो यह खतरनाक होगा, जिसका परिणाम हरियाणा विधानसभा चुनाव में देखने को मिला था। जहां सीट शेयरिंग नहीं होने पर इंडिया गठबंधन को हार का मुंह देखना पड़ा था।
उसकी पुनरावृत्ति झारखंड में न हो, यह ध्यान में रखना होगा। हमारा मुख्य लक्ष्य बीजेपी को पराजित करना है, ऐसे में इस लक्ष्य को ध्यान में रखकर चुनाव लड़ना होगा। पार्टी को किन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए और सभी पार्टियों को कहां चुनाव लड़ना चाहिए, इन सभी सवालों पर हम चर्चा कर रहे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि केरल में मुख्य लड़ाई एलडीएफ और यूडीएफ के बीच है। यह कांग्रेस का विषय है और जहां तक मेरी बात है तो हम एलडीएफ के साथ है और वहां पर हमने अपना कैंडिडेट उतारा है। निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। झारखंड की 81 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण के लिए 13 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 20 नवंबर को वोटिंग होगी। वहीं महाराष्ट्र में एक चरण में 20 नवंबर को मतदान होंगे, जबकि दोनों राज्यों के नतीजे 23 नवंबर को घोषित होंगे।