वाराणसी। अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में सोमवार को श्री रामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में सम्पन्न होने के बाद शिव की नगरी काशी में दीवाली मन रही है। शाम को शहर के सभी छोटे-बड़े मंदिर, मठ, घर आंगन, थाना परिसर, सरकारी इमारत, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, व्यापारिक प्रतिष्ठान झालर और दीये की रोशनी से जगमग होने लगे। घरों और मंदिरों में महिलाओं ने दर्जनों दीये जलाकर पूरे उत्साह के साथ रामोत्सव में भागीदारी की। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का चारों ओर उल्लास दिखा। बच्चे और युवा सड़कों और गलियों में रामोत्सव की खुशी में आतिशबाजी करते रहे।
मच्छोदरी स्थित श्री स्वामीनारायण मंदिर परिसर में महंत स्वामी प्रेम स्वरूप दास के नेतृत्व में भव्य रूप से विद्युत झालर सजाने के साथ दीप जलाए गए। भगवान राम के विग्रह की आरती भोग, झांकी के बाद आतिशबाजी भी हुई।
इस अवसर पर स्वामी प्रेम स्वरूप दास ने कहा कि वर्षों की तपस्या पूरी हुई। यह सौभाग्य हमें देखने को मिल रहा है कि हम श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा देख रहे हैं। 500 वर्षों की साधना और प्रतिष्ठा के बाद यह अलौकिक क्षण आया है। इस अलौकिक पल के लिए कितने कारसेवकों ने अपनी प्राणों की आहुति दी है। आईए हम उनको कोटि-कोटि नमन करते हैं।