चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में 15वीं विधानसभा आम चुनाव-2024 के लिए 05 अक्टूबर को 67.90 प्रतिशत मतदान हुआ है।
सिरसा जिला मे सबसे अधिक 75.36 प्रतिशत मतदान व फरीदाबाद जिला मे सबसे कम 56.49 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। इसके अलावा ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र मे सबसे अधिक 80.61 प्रतिशत मतदान और बड़खल विधानसभा क्षेत्र मे सबसे कम 48.27 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है।
पंकज अग्रवाल ने बताया कि अम्बाला जिला मे 67.62 प्रतिशत मतदान हुआ है। पंचकूला जिला में 65.23 प्रतिशत, यमुनानगर जिला में 74.20 प्रतिशत, कुरुक्षेत्र जिला में 69.59 प्रतिशत, कैथल जिला में 72.36 प्रतिशत, करनाल जिला में 65.67 प्रतिशत, पानीपत जिला में 68.80 प्रतिशत, सोनीपत जिला में 66.08 प्रतिशत, जींद जिला में 72.19 प्रतिशत, फतेहाबाद जिला में 74.77 प्रतिशत मतदान रहा है।
इसी प्रकार, हिसार जिला में 70.58 प्रतिशत, भिवानी जिला में 70.46 प्रतिशत, चरखी दादरी जिला में 69.58 प्रतिशत, रोहतक जिला में 66.73 प्रतिशत, झज्जर जिला में 65.69 प्रतिशत, महेंद्रगढ़ जिला में 70.45 प्रतिशत, रेवाड़ी जिले में 67.99 प्रतिशत, गुरुग्राम जिला में 57.96 प्रतिशत, मेवात जिला में 72.81 प्रतिशत, पलवल में 73.89 प्रतिशत मतदान रहा है।
हरियाणा में 90 विधानसभा क्षेत्रों के लिए एक ही चरण में 5 अक्तूबर को मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक हुआ। जिसमें 20,632 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। प्रदेश के 2,03,54,350 मतदाताओं में से 1,38,19,776 मतदाताओं ने मतदान किया। इनमें से 74,28,124 पुरूष व 63,91,534 महिलाओं तथा 118 थर्ड जेंडर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा फील्ड मॉनिटरिंग और निरंतर फीडबैक के लिए 97 केंद्रीय पर्यवेक्षक भी तैनात थे।
पंकज अग्रवाल ने कहा कि शान्तिपूर्ण मतदान की दृष्टि से प्रदेश में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 225 कंपनियों की तैनाती की गई।
हरियाणा पुलिस ने भी प्रदेश में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाने के लिए 29 हजार 462 पुलिकर्मियों, 21 हजार 196 होेमगार्ड के जवान तथा 10 हजार 403 एसपीओ की तैनाती की गई।
पंकज अग्रवाल ने बताया कि युवा मतदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए 114 मतदान केंद्रों का प्रबंधन युवाओं द्वारा किया गया। लैंगिक समावेशिता और सुगमता को बढ़ावा देने के तहत 115 मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से महिलाओं द्वारा किया गया जबकि 87 का प्रबंधन दिव्यांग कर्मचारियों द्वारा किया गया।