मेरठ। खरखौदा थाना क्षेत्र निवासी रिटायर्ड फौजी ने आज शुक्रवार को एसएसपी ऑफिस पर हंगामा किया। इस दौरान रिटायर्ड फौजी ने गले में मेडल लटका कर और हाथों में काले झंडे लेकर पत्नी के साथ कप्तान के कार्यालय के बाहर सड़क पर धरना दिया।
रिटायर्ड फौजी का आरोप है कि उनके परिवार का पुत्रवधू से विवाद चल रहा है। इस दौरान बेटे पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने जैसे-तैसे रिटायर्ड फौजी को समझा कर उसे वापस भेज दिया।
खरखौदा के कैली गांव के रहने वाले वीरेंद्र सिंह ने बताया कि उसके बेटे नीतीश का अपनी दोनों पत्नियों के साथ विवाद चल रहा है, जिसमें कई मुकदमे चल रहे हैं। आरोप है कि खरखौदा थाना पुलिस लगातार उनका उत्पीड़न कर रही है। रिटायर्ड फौजी का आरोप है कि उसके पुत्र नीतीश पर तीन बार जानलेवा हमला हुआ। अधिकारियों के दफ्तरों के तमाम चक्कर काटने के बावजूद थाना पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि नीतीश अस्पताल में भर्ती है।
वीरेंद्र सिंह का कहना है कि वह 17 साल सेना में नौकरी करके रिटायर हुए और पांच मेडल हासिल किए। लेकिन ‘वर्दी वाले गुंडे’ उसकी भी सुनवाई नहीं कर रहे। जिसके चलते शुक्रवार को रिटायर्ड फौजी ने कप्तान कार्यालय पर पहुंच कर जमकर हंगामा किया। गले में अपने मेडल लटका कर और हाथों में काले झंडे लेकर रिटायर्ड फौजी कप्तान कार्यालय के बाहर सड़क पर धरना देकर बैठ गए। बाद में पुलिस ने जैसे-तैसे समझाते हुए रिटायर्ड फौजी को वापस भेजा।