शामली। कांग्रेस पार्टी के कैराना व थानाभवन विधानसभा क्षेत्र के एसआईआर कॉर्डिनेटर्स ने मुख्य चुनाव अधिकारी, उत्तर प्रदेश को पत्र भेजकर प्रदेश में चल रही एसआईआर प्रक्रिया को सरल और जनसुलभ बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मतदाताओं के अभिरक्षक के रूप में चुनाव आयोग का दायित्व है कि हर नागरिक का मताधिकार सुरक्षित और सुनिश्चित रहे।
कॉर्डिनेटर्स ने पत्र में लिखा कि एसआईआर जैसी व्यापक और जटिल प्रक्रिया को पारदर्शिता, ईमानदारी और समर्पण के साथ पूरा किया जाना चाहिए, ताकि आम जनता में फैले संशय और मताधिकार से वंचित होने के भय को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्था है और नागरिकों का मताधिकार सुरक्षित रखना उसकी सर्वाेच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। पत्र में राजनीतिक दलों से राय लेने की पहल के लिए आयोग की सराहना की गई, लेकिन अपेक्षा जताई गई कि यह केवल औपचारिकता न होकर वास्तविक सुझावों को शामिल करने की प्रक्रिया साबित हो। उन्होने मांग की कि बीएलओ के लिए हर मतदाता तक पहुंचना चुनौतीपूर्ण है, अतः प्रत्येक बूथ पर भी वोट सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की जाए। इसे 2027 के विधानसभा चुनाव से पूर्व कई बार किया जा सकता है। जिन महिलाओं का विवाह के बाद परिवार में प्रवेश हुआ है और जिनका नाम 2002 की वोटर सूची में शामिल नहीं है, उनके वोट की पुष्टि पति या ससुराल पक्ष से की जा सकती है। विवाहित महिलाओं के आधार कार्ड को वोट सत्यापन में स्वीकार करने की अनुमति दी जाए।
2002 के बाद गांवों से शहरों की ओर बड़े पैमाने पर हुए पलायन को देखते हुए, ऐसे मतदाताओं के नाम नई मतदाता सूची में जोड़ने की प्रक्रिया को भी सरल बनाया जाए। इस संबंध में स्पष्ट जानकारी बूथ स्तर पर उपलब्ध कराई जाए, ताकि समाधान शीघ्र हो सके।