मंजू, अंकुशिता और अरुंधति ने जमाया रंग, सेमीफाइनल में पहुंचीं भारतीय शेरनियां; अमित पंघाल और मनीष ने भी दिखाई दमदार फॉर्म
BFI Cup 2025: भारतीय महिला मुक्केबाजों ने बीएफआई कप 2025 में शानदार प्रदर्शन किया है। विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता मंजू रानी (रेलवे) ने अपने पहले ही मुकाबले में 5-0 की एकतरफा जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बना ली। मंजू ने अपनी सटीक पंचिंग और तेज़ मूवमेंट से विपक्षी मुक्केबाज को किसी मौके का लाभ नहीं दिया और शानदार अंदाज़ में मुकाबला अपने नाम किया।
युवा चैंपियंस ने दिखाया क्लास और आत्मविश्वास
हरियाणा और साइ की जोड़ी ने किया प्रभावित
अंडर-22 रजत पदक विजेता प्रिया (हरियाणा) और विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक विजेता परवीन हुड्डा (साइ) ने भी बीएफआई कप के शुरुआती सत्र में शानदार प्रदर्शन करते हुए अंतिम चार में प्रवेश किया। दोनों ने अपने मुकाबले में बेहतरीन डिफेंस और लगातार आक्रामक मूव्स के दम पर जीत हासिल की। इन मुक्केबाजों की सफलता ने भारतीय महिला टीम के लिए सेमीफाइनल चरण को और मजबूत बना दिया है।
अमित पंघाल, मनीष राठौर और राकी ने किया शानदार प्रदर्शन
महिला मुक्केबाजों की तरह पुरुष वर्ग में भी भारतीय बॉक्सर्स ने शानदार प्रदर्शन किया। विश्व कप कांस्य पदक विजेता मनीष राठौर (एआइपी), अंडर-22 एशियाई कांस्य पदक विजेता राकी (एआइपी) और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अमित पंघाल (सेना) ने अपने-अपने मुकाबलों में दमदार प्रदर्शन किया। तीनों मुक्केबाजों ने अपने अनुभव और ताकत से विपक्षियों को पछाड़ते हुए जीत दर्ज की।
सेना और एआइपी टीमों ने कायम रखा वर्चस्व
बीएफआई कप के इस चरण में सेना और एआइपी से जुड़े मुक्केबाजों का दबदबा साफ दिखा। अमित पंघाल और अरुंधति चौधरी जैसे अनुभवी खिलाड़ियों ने यह साबित किया कि भारतीय बॉक्सिंग में सुरक्षा बलों की भूमिका कितनी मजबूत है। उनकी फिटनेस, रणनीति और निरंतर अभ्यास ने उन्हें बाकी प्रतिस्पर्धियों से अलग खड़ा किया है।
सेमीफाइनल में पदक की दावेदारी मजबूत
महिलाओं और पुरुषों दोनों वर्गों में भारतीय मुक्केबाजों का एक साथ सेमीफाइनल में पहुंचना भारतीय बॉक्सिंग के लिए शुभ संकेत है। मंजू रानी, अंकुशिता, अरुंधति, प्रिया और परवीन के प्रदर्शन ने महिला बॉक्सिंग में भारत की ताकत को दर्शाया है, वहीं अमित पंघाल, राकी और मनीष राठौर ने पुरुष मुक्केबाजी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। अब देश की निगाहें सेमीफाइनल मुकाबलों पर टिकी हैं, जहां पदक जीतकर ये खिलाड़ी इतिहास रच सकते हैं।
